अर्बिट्रेज फंड (Arbitrage Fund) एक प्रकार का म्यूचुअल फंड है जो शेयर बाजार के कैश (spot) और फ्यूचर्स (futures) बाजारों में मूल्य अंतर का लाभ उठाकर लाभ कमाने का प्रयास करता है। यह एक हाइब्रिड फंड होता है, जिसमें इक्विटी और डेब्ट दोनों प्रकार के निवेश होते हैं।
📘 अर्बिट्रेज फंड कैसे काम करता है?
अर्बिट्रेज फंड्स बाजार में मूल्य असमानताओं का लाभ उठाते हैं। उदाहरण के लिए:
- यदि किसी कंपनी का शेयर कैश बाजार में ₹100 पर और फ्यूचर्स बाजार में ₹105 पर ट्रेड हो रहा है, तो फंड मैनेजर कैश बाजार से शेयर खरीदकर फ्यूचर्स बाजार में उसे ₹105 पर बेचता है, जिससे ₹5 का लाभ होता है।
इस प्रकार, अर्बिट्रेज फंड्स कम जोखिम के साथ स्थिर रिटर्न प्रदान करने का प्रयास करते हैं।
✅ अर्बिट्रेज फंड के फायदे
- कम जोखिम: इन फंड्स में निवेश करने से बाजार की अस्थिरता का प्रभाव कम होता है, क्योंकि ये दोनों बाजारों में समानांतर निवेश करते हैं।
- टैक्स लाभ: अर्बिट्रेज फंड्स को इक्विटी फंड माना जाता है, जिससे 1 वर्ष से अधिक की अवधि में होने वाली पूंजीगत लाभ (LTCG) पर 12.5% टैक्स लगता है, जो अन्य फंड्स की तुलना में कम है।
- लिक्विडिटी: इन फंड्स में निवेशकों को अपेक्षाकृत जल्दी रिडेम्पशन की सुविधा मिलती है।
⚠️ अर्बिट्रेज फंड के नुकसान
- न्यूनतम रिटर्न: इन फंड्स का रिटर्न अन्य इक्विटी फंड्स की तुलना में कम हो सकता है, क्योंकि ये कम जोखिम वाले होते हैं।
- लंबी अवधि में सीमित लाभ: यदि बाजार में मूल्य अंतर कम होता है, तो इन फंड्स से मिलने वाला लाभ भी सीमित हो सकता है।
🧾 निष्कर्ष
यदि आप कम जोखिम के साथ स्थिर रिटर्न की तलाश में हैं और टैक्स लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, तो अर्बिट्रेज फंड एक उपयुक्त विकल्प हो सकता है। हालांकि, इन फंड्स में निवेश करने से पहले अपनी निवेश रणनीति और वित्तीय लक्ष्यों का मूल्यांकन करना आवश्यक है।