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इंट्राडे ट्रेडिंग में रोबो ऑर्डर का उपयोग कैसे करें?

How to use Robo Orders in Intraday Trading?

इंट्राडे ट्रेडिंग में रोबो ऑर्डर का उपयोग कैसे करें? (पूरी जानकारी हिंदी में)

1. रोबो ऑर्डर क्या होता है?

रोबो ऑर्डर एक स्वचालित ट्रेडिंग सिस्टम है जो प्री-सेट रणनीतियों (strategies) और एल्गोरिदम (algorithms) के आधार पर ट्रेड करता है। यह ऑर्डर तेज़ी से निष्पादित करता है और ट्रेडर की भावनाओं के बिना काम करता है, जिससे गलत निर्णय लेने की संभावना कम हो जाती है।

2. इंट्राडे ट्रेडिंग में रोबो ऑर्डर का महत्व

तेज़ निर्णय और निष्पादनमार्केट में अचानक मूवमेंट का लाभ उठाने के लिए।

इमोशनल ट्रेडिंग से बचाव – लालच और डर के बिना ऑटोमेटिक ट्रेडिंग होती है।

मल्टीपल ट्रेड्स को हैंडल करना – एक समय में कई ट्रेड्स को प्रबंधित कर सकता है।

रिस्क मैनेजमेंट – स्टॉप-लॉस और टारगेट ऑर्डर स्वतः सेट हो सकते हैं।

3. रोबो ऑर्डर लगाने के तरीके

(A) ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म का उपयोग करें

कई ब्रोकरेज फर्म रोबो ऑर्डर की सुविधा देती हैं, जैसे:

•Zerodha (Streak, Algo Trading)

•Angel One (SmartAPI)

•Upstox (Algo Trading)

•Alice Blue (TradeTron)

(B) API बेस्ड रोबो ट्रेडिंग

अगर आप खुद का रोबो सिस्टम बनाना चाहते हैं तो API का उपयोग कर सकते हैं। उदाहरण:

•Zerodha Kite API

•Upstox API

•Interactive Brokers API

(C) ट्रेडिंग बॉट्स और सॉफ़्टवेयर

अगर आप बिना कोडिंग के ऑटोमेटेड ट्रेडिंग करना चाहते हैं, तो ये सॉफ़्टवेयर उपयोग कर सकते हैं:

Streak by Zerodha – कोडिंग की जरूरत नहीं, ड्रैग एंड ड्रॉप इंटरफेस

TradeTron – क्लाउड-बेस्ड ऑटोमेटेड ट्रेडिंग

Amibroker – एडवांस्ड चार्टिंग और ट्रेडिंग रणनीतियाँ

4. रोबो ऑर्डर कैसे सेट करें? (स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस)

स्टेप 1: ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म में लॉगिन करें और “Algo Trading” या “Robo Order” ऑप्शन चुनें।

स्टेप 2: अपनी ट्रेडिंग रणनीति बनाएं (जैसे, Moving Average Crossover, RSI Strategy आदि)।

स्टेप 3:

एंट्री पॉइंट सेट करें – कब ऑर्डर प्लेस करना है (उदाहरण: स्टॉक 200 EMA को क्रॉस करे तो खरीदें)।

स्टॉप-लॉस सेट करें – रिस्क मैनेजमेंट के लिए (उदाहरण: 2% से ज्यादा नुकसान पर ऑर्डर कट जाए)।

टेक-प्रॉफिट सेट करें – लक्ष्य मूल्य सेट करें (उदाहरण: 5% प्रॉफिट पर ऑर्डर बुक हो जाए)।

स्टेप 4: बैक-टेस्टिंग करें यानी अपनी रणनीति को पिछले डेटा पर टेस्ट करें।

स्टेप 5: लाइव मार्केट में “Deploy” करें और रोबो ट्रेडिंग को ऑन करें।

5. रोबो ऑर्डर के प्रकार

बेसिक ऑटोमेटेड ऑर्डर – फिक्स्ड एंट्री और एग्जिट पॉइंट्स वाले ऑर्डर

सेमी-ऑटोमेटेड ऑर्डर – इंसान की मंजूरी के बाद ट्रेड एग्जीक्यूट होता है

फुली ऑटोमेटेड ऑर्डरबिना किसी मैन्युअल हस्तक्षेप के ट्रेडिंग

6. रोबो ट्रेडिंग के लिए जरूरी बातें

ब्रोकर का सपोर्ट – सुनिश्चित करें कि आपका ब्रोकर रोबो ट्रेडिंग सपोर्ट करता हो।

मार्केट कंडीशन – अपनी रणनीति को मार्केट की स्थिति के हिसाब से ऑप्टिमाइज़ करें।

इंटरनेट स्पीड – ऑर्डर निष्पादन के लिए अच्छी स्पीड होनी चाहिए।

बैकटेस्टिंग – लाइव मार्केट में लगाने से पहले बैक-टेस्ट करें।

7. रोबो ऑर्डर के फायदे और नुकसान

फायदे

✔️ तेज़ और सटीक ट्रेडिंग

✔️ कई ट्रेड्स को एक साथ मैनेज करना

✔️ बिना भावनाओं के ट्रेडिंग

✔️ रिस्क मैनेजमेंट आसान

नुकसान

❗ गलत सेटिंग्स से नुकसान हो सकता है

❗ टेक्निकल खराबी या इंटरनेट समस्या

❗ अचानक मार्केट वोलैटिलिटी में बड़ा नुकसान

निष्कर्ष

अगर आप इंट्राडे ट्रेडिंग में तेजी और सटीकता चाहते हैं, तो रोबो ऑर्डर बहुत फायदेमंद हो सकता है। सही ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म और मजबूत रणनीति के साथ, आप मार्केट में बढ़त बना सकते हैं। हालाँकि, इसे उपयोग करने से पहले बैक-टेस्टिंग और रिस्क मैनेजमेंट पर ध्यान देना जरूरी है।

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