कैसे जाने स्टॉक की कीमत कब ऊपर जाएगी या नीचे आएगी?
Resistance (प्रतिरोध) और Support (समर्थन) शेयर मार्केट के दो बहुत ही महत्वपूर्ण तकनीकी सिद्धांत (technical concepts) हैं, जो यह समझने में मदद करते हैं कि किसी स्टॉक की कीमत कब ऊपर जाएगी या नीचे आएगी। आइए इन दोनों को विस्तार से समझते हैं:
कैसे जाने स्टॉक की कीमत कब ऊपर जाएगी या नीचे आएगी?
1. Support (समर्थन स्तर) क्या होता है?
Support वह स्तर होता है जहाँ स्टॉक की कीमत गिरते-गिरते रुक जाती है, क्योंकि उस स्तर पर खरीददार (buyers) ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं। यानी, लोग सोचते हैं कि यह कीमत काफी कम हो गई है और अब खरीदनी चाहिए, जिससे मांग बढ़ती है और कीमत गिरने से रुक जाती है।
उदाहरण: अगर किसी स्टॉक की कीमत बार-बार ₹100 पर आकर रुक जाती है और वहां से ऊपर जाने लगती है, तो ₹100 एक support level कहलाएगा।
समझने का तरीका:
Support एक फ़र्श (floor) की तरह काम करता है।
जब भी कीमत नीचे गिरती है, यह स्तर उसे “सपोर्ट” देता है।
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2. Resistance (प्रतिरोध स्तर) क्या होता है?
Resistance वह स्तर होता है जहाँ स्टॉक की कीमत बढ़ते-बढ़ते रुक जाती है, क्योंकि उस स्तर पर बेचने वाले (sellers) ज्यादा हो जाते हैं। यानी, लोग सोचते हैं कि यह कीमत काफी ज्यादा हो गई है और अब बेचनी चाहिए, जिससे आपूर्ति बढ़ती है और कीमत ऊपर जाने से रुक जाती है।
उदाहरण: अगर कोई स्टॉक बार-बार ₹150 तक जाकर रुक जाता है और नीचे आने लगता है, तो ₹150 उसका resistance level कहलाएगा।
समझने का तरीका:
Resistance एक छत (ceiling) की तरह काम करता है।
जब भी कीमत ऊपर जाती है, यह स्तर उसे “प्रतिरोध” देता है।
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3. Support और Resistance कैसे पहचानें?
चार्ट पर देखिए कि कीमत कहाँ-कहाँ से बार-बार पलटी है।
पिछले lows और highs को ध्यान से देखें।
Moving Averages, Trendlines, Fibonacci levels जैसे indicators का उपयोग करें।
ज्यादा बार जहाँ कीमत रुकी है, वह स्तर मजबूत माना जाता है।
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4. क्यों जरूरी है यह जानना?
Support पर खरीदी करने से घाटे की संभावना कम होती है।
Resistance पर बेचने से मुनाफा बुक करना आसान होता है।
ये स्तर entry और exit के लिए decision लेने में मदद करते हैं।