ट्रेडिंग में ‘Limit’ और ‘Market’ ऑर्डर क्या होता है?
ट्रेडिंग में ‘Limit’ और ‘Market’ ऑर्डर दो मुख्य प्रकार के ऑर्डर होते हैं, जिनका उपयोग आप शेयर खरीदते या बेचते समय करते हैं। आइए दोनों को सरल हिंदी में समझते हैं:
ट्रेडिंग में ‘Limit’ और ‘Market’ ऑर्डर क्या होता है?
1. Market Order (मार्केट ऑर्डर)
मतलब:
आप स्टॉक को तुरंत खरीदना या बेचना चाहते हैं।
ऑर्डर मौजूदा मार्केट प्राइस पर ही एक्सिक्यूट हो जाता है।
उदाहरण:
यदि Reliance का प्राइस ₹2500 चल रहा है और आप Market Order लगाते हैं, तो शेयर उसी समय करीब ₹2500 पर खरीद/बेच लिया जाएगा।
कब उपयोग करें?
जब आपको फौरन ट्रेड करना हो और प्राइस ज्यादा फर्क न करता हो।
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2. Limit Order (लिमिट ऑर्डर)
मतलब:
आप एक निश्चित प्राइस पर ही शेयर खरीदना या बेचना चाहते हैं।
ऑर्डर तभी एक्सिक्यूट होगा जब मार्केट उस प्राइस तक पहुंचे।
उदाहरण:
यदि Reliance ₹2500 पर चल रहा है और आप ₹2480 पर खरीदना चाहते हैं, तो आप Limit Order लगाएँगे।
ऑर्डर तब तक पेंडिंग रहेगा जब तक प्राइस ₹2480 तक न आ जाए।
कब उपयोग करें?
जब आपको प्राइस कंट्रोल करना हो और आप इंतज़ार कर सकते हों।
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तुलना सारणी:
विशेषता Market Order Limit Order
प्राइस कंट्रोल नहीं हाँ
एक्सिक्यूशन स्पीड तुरंत तब ही जब प्राइस मिले
रिस्क स्लिपेज हो सकता है स्लिपेज नहीं होगा
उपयोग कब करें जब फास्ट एंट्री/एग्ज़िट चाहिए जब सही प्राइस पर ही ट्रेड चाहिए