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फ्यूचर्स एंड ऑप्शन (F&O) क्या है? || शेयर मार्केट में निवेश, रिसर्च करना, स्टॉप लॉस लगाना और अपट्रेंड वाले शेयर पहचानना

मैं आपको “फ्यूचर्स एंड ऑप्शन”, शेयर मार्केट में निवेश, रिसर्च करना, स्टॉप लॉस लगाना और अपट्रेंड वाले शेयर पहचानना – इन सब चीजों की जानकारी आसान और विस्तार से दूंगा।

Table of Contents

फ्यूचर्स एंड ऑप्शन (F&O) क्या है? || शेयर मार्केट में निवेश, रिसर्च करना, स्टॉप लॉस लगाना और अपट्रेंड वाले शेयर पहचानना।

1. फ्यूचर्स एंड ऑप्शन (F&O) क्या है?

फ्यूचर्स (Futures):

•फ्यूचर्स एक डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट है, जिसमें आप भविष्य की तारीख में किसी शेयर को एक तय कीमत पर खरीदने या बेचने का सौदा करते हैं।

•उदाहरण: आप मान लीजिए RELIANCE का Futures कॉन्ट्रैक्ट 2500 रुपये पर खरीदते हैं, तो expiry तक अगर कीमत 2600 हो जाए, तो आपको 100 रुपये का फायदा।

ऑप्शन (Options):

•ऑप्शन दो तरह के होते हैं:

Call Option – कीमत बढ़ने पर फायदा होता है।

Put Option – कीमत गिरने पर फायदा होता है।

•इसमें आपको केवल premium देना होता है, जिससे आपका नुकसान सीमित होता है लेकिन मुनाफा अनलिमिटेड हो सकता है।

2. रिसर्च कैसे करें (Stock Research)?

A. फंडामेंटल एनालिसिस:

•कंपनी का P/E Ratio, EPS, Debt, Profit Growth, etc. देखें।

•वेबसाइट्स जैसे:

Screener.in

Moneycontrol

TickerTape

B. टेक्निकल एनालिसिस:

•चार्ट्स देखना – जैसे Candlestick Patterns

•Indicators: RSI, MACD, Moving Averages

•वेबसाइट्स:

TradingView

Chartink

3. शेयर में पैसा कैसे लगाएं?

1.एक Demat + Trading अकाउंट खोलें (Zerodha, Upstox, Angel One etc.)

2.कंपनी रिसर्च करें।

3.लॉन्ग टर्म या शॉर्ट टर्म रणनीति चुनें।

4.छोटे अमाउंट से शुरुआत करें।

5.Risk Management सीखें।

4. कौन सा शेयर अपट्रेंड में है, कैसे पता करें?

Moving Averages (50-DMA, 200-DMA): अगर शेयर इन दोनों से ऊपर ट्रेड कर रहा है, तो यह अपट्रेंड हो सकता है।

RSI (Relative Strength Index): 60–70 के बीच RSI होने का मतलब है कि स्टॉक मजबूत है।

Volume बढ़ रहा है और प्राइस भी बढ़ रहा है, तो अपट्रेंड कंफर्म होता है।

•Chartink और TradingView पर आप “Bullish Breakout” या “Price above 200 DMA” जैसे screener इस्तेमाल कर सकते हैं।

5. स्टॉप लॉस कैसे और कितने पर लगाएं?

स्टॉप लॉस: यह वह प्राइस है जिस पर आप नुकसान को रोकने के लिए शेयर बेच देते हैं।

•लगाना ज़रूरी है क्योंकि मार्केट अनप्रेडिक्टेबल है।

कैसे तय करें?

•Swing Trading में: Entry Price से 2-5% नीचे।

•Intraday में: 1-2% नीचे।

•Support Level के नीचे थोड़ा स्टॉप लॉस लगाएं।

कैसे लगाएं (Platform-wise)?

1.Zerodha Kite:

•Order Place करते समय “SL” (Stop Loss) का ऑप्शन चुनें।

•Trigger Price और Price दोनों भरें।

6. आसान शब्दों में स्टेप बाय स्टेप रणनीति:

1.सीखें: पहले YouTube या Zerodha Varsity से बेसिक्स सीखें।

2.डेमो ट्रेडिंग करें (TradingView पर paper trading practice करें)।

3.डेली 1-2 घंटे रिसर्च करें।

4.Screener इस्तेमाल करें – अपट्रेंड, ब्रेकआउट स्टॉक्स ढूंढें।

5.Entry/Exit Point तय करें, स्टॉप लॉस लगाएं।

6.Emotions से बचें – डर या लालच में ट्रेड न करें।

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