क्या आपने कभी सोचा है हम लोन तो ले लेते हैं, किंतु इस लोन के हमारे जीवन में क्या मायने हैं। कहीं आपके द्वारा लिया गया लोन आप पर हावी तो नहीं हो रहा है। जो आपके भविष्य के वित्तीय लक्ष्यों को दीमक की तरह चाट रहा हो। आप, लिए गए लोन की ईएमआई का भुगातान सही तरीके से कर पा रहे हैं या नहीं। साफ शब्दों में कहा जाए तो लोन वरदान भी है और अभिशाप भी। इसलिए लोन का सही इस्तेमाल किया जाना बहुत जरूरी है वर्ना जीवन की गाड़ी पटरी से उतरते देर नहीं लगती। वहीं ज्यादा जरूरत ना हो तो लोन नहीं लेना ही बेहतर है।
लोन लेने से पहले बैंक द्वारा लोन के लिए सभी शर्तों के बारे में अच्छे से पढ़ें। वहीं सस्ते कर्ज से ज्यादा लोन पर लगने वाली प्रोसेसिंग फीस को ज्यादा महत्व दें। ऑनलाइन बैंकों के होम लोन की दरों की समीक्षा करें और जिस बैंक का लोन आपको ज्यादा सुविधाजनक लगे वहीं से लें। इसके अलावा लोन पर लगने वाली ईएमआई का भी काफी महत्व है। ईएमआई की रकम हमेशा आपकी आय की तुलना में होनी चाहिए। ताकि ईएमआई का भुगतान आसानी से किया जा सके। साथ ही लोन लेते समय बैंक के बेस रेट का भी हमेशा ख्याल रखें।
केवल घर के लिए ही लोन लिया जाए तो ज्यादा बेहतर, कंज्यूमर लोन या पर्सनल लोन लेना एक सही फैसला नहीं है। टीवी, फ्रिज, मोबाइल और वॉशिंग मशीन जैसे उत्पादों के लिए लोन लेना उचित नहीं। क्योंकि इससे आप बेवजह अपने ऊपर कर्ज का बोझ लादते हैं। यदि आपके पास अतिरिक्त धन है तो भले ही इन चीजों को खरीद सकते हैं। किंतु लोन लेकर ऐसे उत्पादों पर खरीदना सही निर्णय नहीं है। इसके अलावा जब तक कोई इमरजेंसी ना हो पर्सनल लोन से भी बचना चाहिए।
लोन चाहे सरकारी बैंक से लें या प्राइवेट बैंक से, हमेशा बैंक की टर्म एंड कंडिशन के बारे में सही तरीके से जानें। वहीं अपनी क्षमता के अनुसार ही लोन लेना उचित होता है। लोन की ईएमआई आपकी मासिक आय की 30 फीसदी से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। लोन के लिए पहले सभी बैंकों की दरों के बारे में जानें और जहां से कम दर और कम कंडिशंस पर लोन मिले वहीं से लेना चाहिए। इसके अलावा बैंक की प्रोसेसिंग फीस के बारे में भी पूरी जानकारी लेना चाहिए। साथ ही लोन की ईएमआई आपकी आय के अनुसार ही होनी चाहिए।