पिछले कुछ सालों में बजट स्मार्टफोन सेगमेंट तेजी से बढ़ा है। अब अच्छा स्मार्टफोन खरीदने के लिए आपको बहुत पैसा नहीं खर्च करना पड़ेगा। स्मार्टफोन खरीदते वक्त आपको किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए, इसकी जानकारी यहां दी जा रही है।
उम्मीदें कम रखें
बजट फोन खरीदने वाले ज्यादातर यूजर्स का यही मानना है कि सस्ते स्मार्टफोन दोगुनी कीमत पर मिलने वाले हाई एंड स्मार्टफोन्स से थोड़े कम पावरफुल हैं। यह सोच ग्राहक की उम्मीदें बढ़ा देती है, नतीजतन यूजर्स अपने फोन की शिकायत करते हैं। जहां श्याओमी रेडमी नोट और यूरेका ने महंगे स्मार्टफोन्स से फीचर्स के मामले में फासला कम किया है, वहीं ज्यादातर दूसरे बजट स्मार्टफोन हाई-एंड फोन के मुकाबले में कहीं नजर नहीं आते। सस्ते फोन में स्क्रीन रिजॉल्यूशन, प्रोसेसर टाइप और स्पीड, रैम, कैमरा क्वॉलिटी, बिल्ड क्वॉलिटी और बैटरी लाइफ जैसी चीजों पर ग्राहक को समझौता करना पड़ता है।
कम फीचर्स
स्मार्टफोन की कीमत कम रखने के लिए मैन्युफैक्चर्स कुछ फीचर्स घटा देते ,हैं जो फोन खरीदते वक्त आपके ध्यान में भी नहीं आता। जैसे 4जीबी इंटरनल स्टोरेज में से आप असल में सिर्फ 2जीबी स्पेस ही इस्तेमाल कर पाते हैं। 4.7 इंच के स्क्रीन का रिजॉल्यूशन सिर्फ 800x480 पिक्सल्स होता है। कनेक्टिविटी की बात करें तो डिवाइस में वाई-फाई डायरेक्ट, एनएफसी या ब्लूटूथ नहीं होगा। इसके साथ ही कैमरे में ऑटोफोकस नहीं होने से भी आपको परेशानी हो सकती है।
हार्डवेयर पर फोकस करें
कोई भी स्मार्टफोन चुनने से पहले हार्डवयेर स्पेसिफकेशन पर गौर करना चाहिए। बजट फोन का मतलब यह नहीं है कि यह एंट्री लेवल हार्डवेयर पर ही चलेगा। प्रोसेसर (ओक्टा कोर आसानी से उपलब्ध है), रैम (जितना ज्यादा उतना बेहतर) और स्टोरेज अवेलेबिलिटी को जरूर चेक करें। इसके अलावा डिस्प्ले साइज, रिजॉल्यूशन, कनेक्टिविटी ऑप्शन, बैटरी कैपेसिटी का ध्यान रखना भी बहुत जरूरी।
सॉफ्टवेयर इंटरफेस
मार्केट में एंड्रॉयड, विंडोज फोन के साथ पुरानी ब्लैकबेरी डिवाइस भी अवलेबल है। इसलिए फोन खरीदने का फैसला करने से पहले उसका ऑपरेटिंग सिस्टम को जरूर समझें। आपको एंड्रॉयड या विंडोज फोन का पुराना वर्शन नहीं खरीदना चाहिए। ऐसे फोन से भी दूर रहना बेहतर है जिसके ऑपरेटिंग सिस्टम को अपडेट करने के बारे में चीजें साफ न हो। यह बात जरूर ध्यान रखें कि अलग-अलग ऑपरेटिंग सिस्टम्स की अलग-अलग हार्डवेयर जरूरतें होती हैं। जैसे लेटेस्ट एंड्रॉयड फोन के मुकाबले विंडोज फोन (8 और इससे ऊपर) के नए वर्शन में कम प्रोसेसर स्पीड चाहिए।
आफ्टर सेल्स सपोर्ट
ज्यादातर स्मार्टफोन एक साल की वॉरंटी के साथ आते हैं। हालांकि, अगर आपके घर के आसपास कोई सर्विस सेंटर ही न हो तो वॉरंटी यूजलेस हो जाती है। कंपनी की वेबसाइट पर जाकर सर्विस सेंटर की लोकशन देखें।