प्रेगनेंसी के बिना निपल से द्रव (Nipple Discharge) आने के कारण। Reasons for discharge from the nipple without pregnancy. |
स्तन में पंद्रह से बीस दूध नलिकाएं होती हैं, जिन्हें Milk Ducts कहा जाता है। महिलाओं के निपल से तरल पदार्थ का रिसाव होना निपल डिस्चार्ज (Nipple Discharge) कहलाता है। ऐसी स्थिति से महिलाएं आमतौर पर प्रेग्नेंसी के अंतिम हफ्तों के दौरान गुजरती हैं लेकिन कई केसेज में बिना प्रेग्नेंसी के भी महिलाओं को इस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ता है क्यों होता है ऐसा, यहां जानने का प्रयास करते हैं।
प्रेगनेंसी के बिना निपल से द्रव (Nipple Discharge) आने के कारण।
Nipple Discharge - सामान्य कारण
गर्भधारण किए बिना महिलाओं में निपल डिस्चार्ज (Nipple Discharge) की समस्या होने की कुछ आम वजहों में लंबे समय से तनाव होना और बहुत अधिक तनाव मेंरहना, सेक्शुअली अधिक ऐक्टिव रहना, सेक्स के दौरान बहुत अधिक उत्तेजना होना, कुछ खास कपड़ों से एलर्जी होना या एंग्जाइटी जैसी मानसिक स्थितियों से गुजरना हो सकता है।
क्या होता है इस दौरान?
जिस समय महिलाओं को निपल से डिस्चार्ज (Nipple Discharge) की समस्या होती है, उस दौरान उनके निपल से पानी के जैसा या दूध जैसा द्रव निकलता है। यहअपने आप ही निकलता रहता है और यदि निपल और ब्रेस्ट को हल्का दबाया जाए तो यह कुछ ज्यादा मात्रा में निकलता है। इस स्थिति में कुछ महिलाओं को ब्रेस्ट में कोई और दिक्कत भी हो सकती है जबकि कुछ को नहीं होती है।
क्या होती है इसकी वजह?
विशेषज्ञों के अनुसार, ब्रेस्ट में टिश्यू या सिस्ट बनने की स्थिति में ऐसा हो सकता है। इस स्थिति को फाइब्रोसिस्टिक कहा जाता है। इस स्थितिमें आमतौर पर निपल से पानी जैसा, सफेद दूधिया रंग का डिस्चार्ज (Nipple Discharge) होता है। जबकि कुछ मामलों में यह हल्का पीला या हल्का हरा भी हो सकता है।
Nipple Discharge के ये भी हो सकते हैं कारण
महिलाओं में हॉर्मोनल डिसबैलेंस की समस्या आम है। कुछ महिलाएं जो हॉर्मोन्स से रिलेटेड दवाइयां ले रही होती हैं, उन्हें इस तरह की समस्याहो सकती है। नशीले पदार्थ लेने वाली महिलाओं में भी इस तरह की दिक्कत हो सकती है। इसके साथ ही ब्रेस्ट से डिस्चार्ज (Nipple Discharge) होने का एक कारण पीयूष ग्रंथि में ट्यूमर भी हो सकता है। ब्रेस्ट रिलेटेड कोई इंफेक्शन भी इसकी वजह हो सकता है।
Nipple Discharge का मेनोपॉज भी होता है एक कारण
45 प्लस ऐज या इसके आस-पास की उम्र की महिलाओं में मनोपॉज के कारण हॉर्मोन्स बहुत तेजी से बदल रहे होते हैं। इस कारण इस उम्र की महिलाओं को भी इस तरह की समस्या हो सकती है। वहीं कुछ यंग महिलाओं में पीरियड्स के दौरान होने वाले हॉर्मोनल चेजेंज के कारण भी ऐसी समस्या हो सकती है। लेकिन अगर यह समस्या कई दिनों तक बनी रहे तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
जरूरी है चेकअप
अगर आपको इस तरह की समस्या हो रही है तो बिना वक्त गवाए एक बार डॉक्टर को जरूर दिखाएं। ताकि किसी भी तरह की समस्या को बढ़ने से पहले ही पहचाना जा सके और वक्त रहते उसका उपचार किया जा सके।