1G, 2G, 3G, 4G, 5G Technology Ke Fayde aur Nuksaan - 1G, 2G, 3G, 4G, 5G के फ़ायदे और नुकसान |
वर्तमान समय मे मोबाइल Technology बहुत ही अधिक Advance हो चुकी है, आज के समय मे हर किसी के पास 4G, 5G नेटवर्क Technology पर आधारित स्मार्टफोन मौजूद हैं लेकिन इसके बावजूद भी बहुत ही कम लोगों को 1G, 2G, 3G, 4G, 5G के बारे में पता हैं।
(toc)
तो आपको यह बता दे की अक्सर हम 2G, 3G और 4G इन शब्दों को सुनते आ रहे हैं, लेकिन सवाल यह आता हैं की ये होते क्या हैं, G का मतलब Generation यानी पीढ़ी होता हैं, जिस समय 1G आया था उस समय मोबाइल नेटवर्क Technology की पहली पीढ़ी यानी First Generation चल रहा था इसी लिए हम इसे 1G कहते हैं।
Mobile Network Technology | Speed | Release Date |
1G (First Generation) | 2.4kb Per second | 1980 से 1990 |
2G (Second Generation) | 64kb Per second | 1991 |
3G (Third Generation) | 384kbps से 2Mbps | 2001 |
4G (4th Generation) | 100Mbps | 2009 |
5G (5th Generation) | 1Gbps | 2019 |
1G से लेकर 5G तक यह सभी Technology Wireless Communication पर आधारित हैं, अगर हम Wireless Communication को समझे तो जहां पर किसी भी Data को Send और Receive करने के लिए Wire के बदले Signals का उपयोग किया जाता हैं उसे हम Wireless Technology या Wireless Communication कहते हैं।
(ads)
1G क्या होता हैं?
अगर हम 1G की बात करे तो यह मोबाइल नेटवर्क Technology का 1st Generation यानी पहली पीढ़ी हैं, जिसका आविष्कार 1980 से1990 के बीच मे हुआ था एवं 1990 तक इसका इस्तेमाल होना शुरू हो चुका था। इसमे हमें 2.4 KB per second की स्पीड मिलती थी जो उस समय के हिसाब से एक बेहतर मोबाइल नेटवर्क Technology के रूप मे उभर था।
यह मोबाइल नेटवर्क Technology का पहली पीढ़ी यानी 1st Generation होने के कारण इसका नाम 1G कर दिया गया था। भारत ने इस1st Generation यानी 1G मोबाइल नेटवर्क Technology को Skip कर दिया था, मतलब भारत मे मोबाइल Technology की शुरुआत 2G से हुआ था और इस नेटवर्क Technology का शुरुआत जापान से हुआ था।
1G के फायदे
तो चलिए अब हम 1G के फ़ायदों के बारे मे चर्चा करते हैं –
- 1G Analog Signal पर आधारित थी।
- 1G का Voice Quality उस समय के हिसाब से काफी अच्छा था जो मोबाइल नेटवर्क Technology मे बहुत ही बड़ी सफलता थी।
- 1G पर हमे 2kb per second की स्पीड मिलती थी।
- इस पर हम केवल और केवल Voice Call कर सकते थे।
1G के नुकसान
जिस तरह हर सिक्के के दो पहलू होते हैं उसी तरह 1G के फायदे और कुछ कमिया दोनों हैं जिनमे से इसके कमिया निम्नलिखित है –
- 1G मे International Calling का फीचर मौजूद नहीं था, मतलब 1G मे हम किसी देश मे रहकर अन्य देश मे कॉल नहीं कर सकते थे।
- 1G पर जो हमें Voice Quality मिलता था, वह वाकई मे बहुत ही Low था।
- 1G मे बहुत ही अधिक Battery Power खर्च होता था।
- इसका मोबाइल सेट काफी ज्यादा बड़ा था।
- इसमे सुरक्षा इतना अच्छा नहीं था।
2G क्या होता हैं?
2G मोबाइल नेटवर्क Technology का दूसरा पीढ़ी यानी Second Generation था, जिसकी शुरुआत Finland से 1991 मे हुआ था एवं भारत मे यह 2G मोबाइल नेटवर्क Technology 1995 मे आया था। भारत में 2001 के बाद जो थोड़े पैसे वाले थे उनके पास मोबाइल हो गए थे लेकिन आम भारतीय तक इसकी पहुच २००५ के बाद आया जब बटन वाले कीपैड फ़ोन आने लगे इसकी शुरुवात रिलायंस इंडिया मोबाइल कर lo दुनिया मुट्ठी में और नोकिया जैसी कंपनी आदि ने जब अपने फ़ोन बाजार में उतारे इस 2G मोबाइल नेटवर्क Technology ने इंटरनेट के क्षेत्र मे नई क्रांति ला दी थी।
1G के मुकाबले इसका नेटवर्क बहुत ही बेहतर था क्योंकि यह डिजिटल Signal पर आधारित था, इसमे अलग अलग विशेषताएं मौजूद था जैसे इस पर हम Voice call तो कर ही सकते थे एवं SMS, MMS भी कर सकते थे व इस पर हमें 64kb per second का स्पीड मिलता था जो 1G के मुकाबले बहुत ही बेहतर था। जिसकी वजह से मोबाइल Technology काफी ज्यादा विकसित हुई
2G के फायदे
तो चलिए अब हम 2G से होने वाले कुछ महत्वपूर्ण फ़ायदों के बारे मे बात करते हैं –
- 2G का हम सिर्फ Voice कॉल ही नहीं बल्कि SMS और MMS भी कर सकते थे।
- 2G Analog Signal पर आधारित न होकर Digital Signal पर आधारित था।
- 2G से ही इंटरनेट की शुरुआत हुई।
- इसमे Bandwidth Utilization अच्छे होता था।
2G मे कमिया
2G से मोबाइल नेटवर्क Technology बहुत ही तेजी से विकसित होने लगा लेकिन इसमे भी कुछ कमिया मौजूद था जो की निम्नलिखित हैं –
- 2G अधिक Data वाले फाइल जैसे वीडियोज इत्यादि चलाने मे इतना अच्छा नहीं था।
- 2G मे हमें एक बेहतर Digital Signal का आवश्यकता होता था।
- 2G स्मार्टफोन के Functions के साथ इतना अच्छा Compatible नहीं था।
नोट : 2G के बाद एवं 3G आने से पहले बीच मे 2.5G मोबाइल नेटवर्क Technology आया था जिससे GPRS यानी General Pocket Radio Service कहा जाता था, इसमे Web Browsing, Email जैसे नए Features मौजूद था।
3G क्या होता हैं?
अब 2G और 2.5G के बाद 3G की शुरुआत हुई, जो की मोबाइल नेटवर्क Technology का 3rd Generation यानी तीसरा पीढ़ी था।इसकी शुरुआत सर्वप्रथम जापान मे 2001 मे हुआ था एवं भारत मे यह 2008 मे आया था, लेकिन आम भारतीय तक इसकी पहुच 2013 के बाद हुआ इसके आने से मोबाइल नेटवर्क Technology मे कॉफी सारे बदलाव हुए जैसे Videocall, Fast Internet स्पीड इत्यादि।
3G मे हमे Broadband 384kbps से 2Mbps का इंटरनेट स्पीड मिलता था एवं यह 2100MHz के Frequency पर काम करता था, इसकी शुरुआत भारत मे MTNL द्वारा हुआ था। इसमे Bandwidth, Data Transmission Rates काफी हद तक बढ़ चुका था एवं साथ मे यह भी 2.5G Technology की तरह ही Packet Switching Technology पर काम करता था।
3G के फायदे
अब हम 2G के मुकाबले 3G से होने वाले अनेक फ़ायदों के बारे मे जानते हैं –
- 3G मे हमें उच्च Data Transmission Rates मिलता था।
- इसमे 2G के मुकाबले bandwidth की सनखया काफी बढ़ चुका था।
- 3G के Broadband मे यूजर को 144kbps से 2Mbps का इंटरनेट स्पीड प्रदान किया जाता था।
- 3G Packet Switching Technology पर काम करता था जिसकी वजह से कॉल का Cost पहले के मुकाबले कम हो गया था।
- इसमे हम 3D Games को खेल सकता था।
3G मे कमिया
3G मे हमें Videocall जैसे Features मिले जो वाकई मे बहुत ही अच्छा था, लेकिन इसमे भी कुछ कुछ कमी थे जो की निम्नलिखित हैं –
- 3G Technology Battery Power का उपयोग बहुत ही अधिक करता था।
- उस समय आने वाले 3G फोन काफी ज्यादा महंगे हुआ करते थे।
- इसमे प्रयप्त मात्रा मे Bandwidth मौजूद नहीं थे।
4G क्या होता हैं?
4G का मतलब मोबाइल नेटवर्क Technology का 4th Generation यानी चौथी पीढ़ी होता हैं, जिसमे G से तात्पर्य Generation से हैं।यह आज तक का सबसे अधिक विकसित मोबाइल नेटवर्क Technology के रूप मे उभरकर आया हैं क्योंकि यह Technology गाँव गाँव और गली गली हर जगह उपलब्ध हैं, इसकी शुरुआत Sweden मे 2009 मे हुआ था।
लेकिन भारत मे 4G की शुरुआत 2012 मे हुआ, लेकिन आम भारतीय तक 4G की पहुच भारतीय उद्दोगपति मुकेश अम्बानी की जिओ आने के बाद हुआ इसके वजह से हर एक डिजिटल क्षेत्र को काफी ज्यादा लाभ हुआ, जैसे 4G नेटवर्क के आने से ही हम आज इतने अच्छे से High Quality मे ऑनलाइन किसी भी वीडियो, लाइव वीडियो Streaming कर पाते हैं, यह हर एक क्षेत्र मे नई क्रांति लेकर आया एवं इसी की वजह से ही आज Gaming इतना ज्यादा विकसित हो पाया हैं।
4G के फायदे
4G आजतक का सबसे विकसित मोबाइल नेटवर्क Technology के रूप मे उभकरकर आया हैं इसके कई सारे फायदे हैं जो की निम्नलिखितहैं –
- 4G का इंटरनेट स्पीड 100Mbps तक हैं जो की वाकई मे आज तक का सबसे बेहतर इंटरनेट स्पीड हैं।
- 4G मे हम बिना रूकावट के ऑनलाइन Streaming कर सकते हैं, जो की 3G, 2G के समय मे नामुमकिन के जैसा था।
- इसका Bandwidth 3G के मुकाबले बहुत ही अधिक हैं।
- 4G ने Data को Transfer करना बहुत ही आसान बना दिया।
- 4G मे 2300MHz की Frequency का उपयोग होता हैं।
- 4G मोबाइल नेटवर्क Technology मे LTE यानी Long-term Evolution का उपयोग होता हैं।
4G मे कमिया
मोबाइल नेटवर्क के हर पीढ़ी मे कुछ न कुछ कमिया अवश्य होती है जिसे सुधारने के लिए मोबाइल नेटवर्क मे परिवर्तन होता रहता हैं इसी तरह4G मे भी काफी सारे कमिया मौजूद हैं जो की निम्नलिखित हैं –
- 4G को उपयोग करने के लिए एक 4G फोन की आवश्यकता होती हैं।
- 4G के Data सामान्य Consumers के लिए काफी ज्यादा महंगे हैं।
- 4G नेटवर्क बहुत सारे Antenna और Transmitter का उपयोग करती हैं जिसकी वजह से यह काफी ज्यादा मात्रा मे Battery के Power को Consume करता हैं।
- 4G नेटवर्क काफी ज्यादा मात्रा मे Power Consume करता हैं जिसकी वजह से मोबाइल Battery काफी गर्म हो जाती हैं।
5G क्या होता हैं?
5G का मतलब मोबाइल नेटवर्क Technology का 5th Generation यानी पाँचवी पीढ़ी होता हैं, इस नेटवर्क Technology को सर्वप्रथम 2019 मे साउथ कोरिया ने अपनाया था। भारत मे 5G अब 2023 में लांच में हुआ लेकिन सिर्फ बड़े शहरो में जैसे दिल्ली मुंबई में, यह आजतक का सबसे विकसित पीढ़ी माना जाएगा, क्योंकि यह नेटवर्क Technology का पाँचवा पीढ़ी हैं 5G मे हमें 1Gbps का इंटरनेट स्पीड मिलने वाला हैं जो की वाकई मे बाकी Generation के मुकाबले काफी अधिक हैं। इसके आने से इंटरनेट स्पीड, Technology एवं हर एक क्षेत्र काफी ज्यादा विकसित और डिजिटल होने वाला हैं।
5G के फायदे
5G मोबाइल नेटवर्क Technology के आने से हमें कई सारे फायदे होने वाले हैं जो की निम्नलिखित हैं –
- 5G मोबाइल नेटवर्क Technology के आ जाने से Downloading/Uploading स्पीड 1Gbps से बढ़ जाएगी।
- 5G की वजह से 4K Quality के Videos को आसानी से Stream कर सकते है।
- 5G मे 4G के मुकाबले Latency काफी हद तक घट जाएगी, मतलब Latency स्पीड 10ms से घटकर 1ms हो जाएगी।
- 5G की वजह से इंटरनेट ऑफ थिंग्स, Ai इत्यादि को काफी बढ़ावा मिलने वाला हैं।
- 5G के आने से Smart Cities, Smart Farming को काफी ज्यादा बढ़ावा मिलने वाला हैं।
5G मे कमिया
5G के आने से हमे कई सारे फायदे अवश्य होने वाले हैं लेकिन इसमे भी कुछ कुछ कमिया मौजूद है जो की निम्नलिखित हैं –
- 5G मे इंटरनेट Data का खपत 4G के मुकाबले बहुत ही अधिक बढ़ जाएगा, मतलब आपका Data कब खत्म हो जाएगा यह पता भी नहीं चलेगा।
- जितने भी पुराने Devices हैं उन्मे हम 5G का उपयोग नहीं कर सकते हैं इसके लिए हमे 5G Supported नए Device की आवश्यकता पड़ेगी।
- 5G मे Cyber crimes 4G के मुकाबले बढ़ जाएगा।
- 5G के Infrastructure की Cost काफी अधिक है।