इंडियन एयरफोर्स में युवतियों की भर्ती ऑफिसर कैडर के रूप में तीन वर्गों में होती है| प्रतिवर्ष लगभग 100 से अधिक युवतियाँ इंडियन एयरफोर्स की विभिन्न ब्रांचों में भर्ती की जाती है| इनमें से 12 युवतियाँ पायलट के तौर पर भर्ती की जाती हैं|
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लेकिन यह क्षेत्र ओरों की तुलना में ज्यादा चुनौती भरा होता है| इंडियन एयर फोर्स में बेहद मजबूत इरादों वाले लोगों की आवशयकता होती है जो जरुरत पड़ने पर अपने देश के लिए जान भी कुर्बान कर सकते हों और इसमें बेहतरीन करियर की पूरी जानकारी....
एयरफोर्स में पायलट किसे कहते है
- भारतीय वायु सेना भारतीय सशस्त्र सेना के तीन प्रमुख अंगों में से एक है| एयरफोर्स में पायलट उद्देश्य वायु युद्ध और वायु क्षेत्र की चौकबन्दी कर भारत देश की सुरक्षा करना होता है उन्हें ही पायलट कहते है|
शैक्षणिक योग्यता-
- इंडियन एयर फोर्स में आप हाईस्कूल उत्तीर्ण करने के बाद से ही शार्ट सर्विसेस कमीशन के तहत भर्ती हो सकते हैं| लेकिन किसी भी स्तर से 12वी इन विषयों के साथ जैसे- भौतिक और गणित विषय के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है| और साथ ही विभिन्न ऑफिसर्स बनने के लिए ग्रेजुएशन पास होना चाहिए|
उम्र सीमा-
- एयरफोर्स में पायलट बनने के लिए उम्र सीमा लगभग 19 से 23 वर्ष तक के बीच में होनी चाहिए|
चयन प्रक्रिया-
वायु सेना का पाइलट बनने के लिए आपको निम्न प्रक्रिया से गुजरना होता है जैसे-
- प्रथम चरण के रूप में आप एनडीए या सीडीएस की यूपीएससी द्वारा आयोजित परीक्षाओं के लिए अपना आवेदन करते हैं|
- यह परीक्षाएँ वर्ष में दो बार (एयरफोर्स में पायलट) अप्रैल और अगस्त में आयोजित की जाती हैं|
- इस परीक्षा में पास होने के बाद अगले चरण के योग्य हो जाते हैं|
- साथ ही फिर दूसरे चरण में मेडिकल परीक्षण किया जाता है|
मेडिकल टेस्ट
भारतीय युवक के निम्न शारीरिक मानदंड यह है जैसे-
- सीने की न्यूनतम सीमा 5 सेमी हो,
- आँखें और दृष्टि बिलकुल सही हो,
- दाँत सही गिनती और विकार मुक्त हों,
- किसी भी प्रकार के शारीरक व मानसिक विकार से मुक्त हों,
- शरीर में किसी भी प्राकार की आंतरिक या बाह्य बीमारी या विकार नहीं होना चाहिए आदि|
मेरिट लिस्ट-
- एयरफोर्स में पायलट की चयन प्रक्रिया में जो युवा सभी प्रकार के परीक्षणों में सफल हो जाते हैं तो अखिल भारतीय स्तर पर एक मेरिट सूची बनती है जो सफल वायु सेना पाइलट को प्रशिक्षण के लिए तैयार करते है|
सैलरी-
- वायु सेना में पायलट की ट्रेनिंग के दौरान लगभग रु 21,000 का मासिक वेतन और नियुक्ति के बाद 60 से 75 हज़ार तक का मासिक वेतन मिलता है|