रागी क्या होता है? क्या डायबिटीज रोगी को खाना चाहिए?
रागी क्या होता है? क्या डायबिटीज रोगी को खाना चाहिए? |
स्वास्थ्य के लिए रागी बहुत फायदेमंद होती है. इसमें प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो बीमारियों से लड़ने में सहायता करते हैं. डॉक्टर भी रागी खाने की सलाह देते हैं, लेकिन डायबिटीज के मरीज इस संशय में रहते हैं कि उन्हें रागी खानी चाहिए या नहीं. यह संशय इसलिए है, क्योंकि डायबिटीज के मरीज को अपनी डाइट पर खासतौर से ध्यान देना चाहिए. कुछ भी गलत खाने से डायबिटीज की स्थिति और बिगड़ सकती है.
आज इस लेख में आप विस्तार से समझेंगे कि डायबिटीज के मरीज रागी खा सकते हैं या नहीं और रागी में क्या-क्या पोषक तत्व पाए जाते हैं –
रागी क्या है?
रागी मूल रूप से मोटा अनाज है, जिसकी खेती पहाड़ी क्षेत्रों में की जाती है. रागी भारत के अलावा अफ्रीका और एशिया के सभी देशों में उगाया जाता है. यह भारत में खासकर आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडू, गोवा और महाराष्ट्र में प्रचुर मात्रा में उगाया जाता है. रागी में विशेष प्रकार के पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो अन्य मोटे अनाजों से अलग होते हैं. रागी में कैल्शियम और पोटेशियम अन्य अनाजों की तुलना में अधिक होता है.
क्या डायबिटीज में रागी खा सकते हैं?
जब शरीर में ब्लड शुगर लेवल संतुलित मात्रा से ज्यादा हो जाता है, तो डायबिटीज का कारण बनता है. ऐसा शरीर में इंसुलिन का निर्माण न होने या इंसुलिन का ठीक तरह से इस्तेमाल न करने के कारण होता है. असल में इंसुलिन एक हार्मोन है, जो शरीर को ऊर्जा देने के लिए रक्त में मौजूद शुगर को कोशिकाओं तक पहुंचाने का काम करता है. वहीं, आंकड़े बताते हैं कि डायबिटीज से दुनिया भर में करीब 42 करोड़ लोग प्रभावित हैं. डायबिटीज के चलते हृदय रोग, अंधापन, किडनी रोग और स्ट्रोक जैसी समस्याएं होने की आशंका बनी रहती है.
जहां एक तरफ कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थ ब्लड शुगर को प्रभावित करते हैं. वहीं, रागी जैसे मोटे अनाज डायबिटीज पर सकारात्मक असर डालते हैं.
कुछ मेडिकल रिसर्च भी इस बात की पुष्टि करते हैं. इन रिसर्च के अनुसार, रागी जैसे मोटे अनाज डायबिटीज के मरीज के लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं. इसमें फाइबर, मिनरल्स और अमीनो पर्याप्त मात्रा में होता है. इस लिहाज से रागी ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार कर सकती है.
डायबिटीज में रागी कैसे फायदेमंद है?
आइए, अब जानते हैं कि रागी किस प्रकार डायबिटीज के मरीज के वरदान साबित हो सकती है –
सूजन करे कम
कुछ मेडिकल रिसर्च बताती हैं कि रागी में मौजूद पोषक तत्व ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन को कम करने का काम कर सकते हैं. सूजन के चलते शरीर में इंफेक्शन होने की आशंका बनी रहती है, जबकि ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण एंटीऑक्सीडेंट का स्तर असंतुलित हो जाता है. इस कारण से डायबिटीज होने की आशंका बनी रहती है. 4 हफ्ते तक डायबिटीज से ग्रस्त चूहे पर की गई रिसर्च से कई चौकाने वाले आंकड़े सामने आए. इस दौरान चूहे को खाने के लिए रागी दी गई और पाया गया कि चूहे का ब्लड ग्लूकोज लेवल नियंत्रित हो गया. फिलहाल, इस संबंध में मनुष्यों पर कोई शोध नहीं किया गया है.
नियंत्रित ब्लड शुगर
कुछ शोधकर्ताओं ने रागी पर शोध कर पता किया कि इस प्रकार के मोटे अनाज में पॉलीफेनोल्स नामक कंपाउंड होता है, जो न सिर्फ डायबिटीज को होने से रोक सकता है, बल्कि डायबिटीज को नियंत्रित भी कर सकता है.
पॉलीफेनोल्स एक प्रकार के सूक्ष्म पोषक तत्व हैं, जो फलों, सब्जियों और अनाज आदि में पाए जाते हैं. इसमें प्रमुख रूप से एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव होता है, जिस कारण इसके सेवन से कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं.
रागी में मौजूद पोषक तत्व
रागी में प्रचुर मात्रा में आयरन, फाइबर, कैल्शियम व अन्य मिनरल्स होते हैं. आइए, 100 ग्राम रागी में मौजूद पोषक तत्वों की मात्रा के बारे में विस्तार से जानते हैं –
- ऊर्जा – 336 किलो कैलोरी
- प्रोटीन – 7.7 ग्राम
- फैट – 1.5 ग्राम
- फाइबर – 11.5 ग्राम
- कार्बोहाइड्रेट – 72.6 ग्राम
- कैल्शियम – 350 मिलीग्राम
- आयरन – 3.9 मिलीग्राम
- मैग्नीशियम – 137 मिलीग्राम
- फॉस्फोरस – 283 मिलीग्राम
- मैंगनीज – 5.94 मिलीग्राम
- पोटैशियम – 408 मिलीग्राम
डायबिटीज मरीज रागी कैसे खाएं?
वैसे तो रागी को विभिन्न रूपों में खाया जा सकता है, लेकिन अधिकतर इसका प्रयोग रोटी बनाने में किया जाता है. रागी से इटली, डोसा, दलिया, सूप, कांजी व उपमा आदि बनाकर खा सकते हैं.
रागी काे ऊर्जा का अच्छा स्त्रोत माना जाता है. साथ ही इसमें प्रचुर मात्रा में प्रोटीन व अन्य मिनरल्स पाए जाते हैं. विभिन्न मेडिकल रिसर्च में भी पाया गया है कि डायबिटीज के मरीज रागी खा सकते हैं. बेशक, इस संबंध में मेडिकल प्रमाण मौजूद हैं, लेकिन प्रत्येक व्यक्ति का स्वास्थ्य अलग होता है. इसलिए, डायबिटीज के मरीज रागी को खाने से पहले अपने आहार विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें. अगर फिर भी रागी खाने से कोई स्वास्थ्य समस्या होती है, तो इसका सेवन तुरंत बंद कर दें.