टेस्टोस्टेरोन लेवल (Testosterone level) बढाने वाले 7 खाद्य पदार्थ |
टेस्टोस्टेरोन एक जरूरी हार्मोन है, जाे पुरुषों के ओवरओल हेल्थ पर खास असर डालता है. यह हार्मोन मांसपेशियों, बोन डेंसिटी और कामेच्छा को बेहतर बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इसे मेल सेक्स हार्मोन भी कहा जाता है. शरीर में इसकी कमी होने से पुरुष की सेक्स पावर कम हो सकती है और सेक्स के समय इरेक्शन को बनाए रखने में भी मुश्किल हो सकती है. बढ़ती उम्र, लाइफस्टाइल व कुछ मेडिकल कंडीशन टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी का कारण बन सकती हैं. ऐसे में टेस्टोस्टेरोन लेवल को बढ़ाने के लिए प्राकृतिक विकल्पाें का उपयोग किया जाना चाहिए और इसके लिए डाइट पर ध्यान देने की जरूरत है. टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाने के लिए अदरक, एवाेकाडो, फैटी फिश आदि को अपनी डाइट में शामिल करने से फायदा हो सकता है.
आज इस लेख में आप विस्तार से जानेंगे कि कैसे कुछ खास खाद्य पदार्थों को अपने आहार का हिस्सा बनाने से टेस्टोस्टेरोन को बूस्ट किया जा सकता है -
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टेस्टोस्टेरोन में कमी होना क्या है?
टेस्टोस्टेरोन में कमी को हाइपोगोनाडिज्म भी कहा जाता है. ऐसा तब होता है, जब शरीर पर्याप्त टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन नहीं करता है. हाइपोगोनाडिज्म होना आम समस्या है. 45 से अधिक उम्र के लगभग 40% पुरुषों और 80+ उम्र के 50% पुरुष इसका शिकार हाे सकते हैं. टेस्टोस्टेरोन का स्तर 300 नैनोग्राम प्रति डेसीलीटर से नीचे हाेने को लो टेस्टोस्टेरोन कहा जाता है. कम टेस्टोस्टेरोन का इलाज टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट थेरेपी के जरिए किया जा सकता है.
टेस्टोस्टेरोन बूस्टर फूड
अगर कोई पुरुष टेस्टोस्टेरोन की कमी का शिकार है, तो उसे प्राकृतिक तरीके से इसे ठीक करने का प्रयास करना चाहिए. इसके लिए डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए, जिन्हें खाने से फायदा हो सकता है, जैसे - अंडा, एवोकाडो व अनार आदि. आइए, इन खाद्य पदार्थों के बारे में विस्तार से जानते हैं -
फैटी फिश
वसायुक्त मछलियां, जैसे - सैल्मन, मैकेरल और ट्राउट आदि में जिंक, विटामिन डी और ओमेगा-3 फैटी एसिड प्रमुख रूप से होता है. इससे हृदय और मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को स्वस्थ बनाए रखने में मदद मिलती है. अध्ययनों से पता चलता है कि ओमेगा-3 टेस्टोस्टेरोन के स्तर पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है. "हार्मोन एंड मेटाबोलिक रिसर्च" पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि जो पुरुष अधिक ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन करते हैं, उनमें टेस्टोस्टेरोन का स्तर अधिक होता है. ऐसा माना जाता है कि ओमेगा-3 सूजन को कम करने और टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन में मदद कर सकता है.
हरी पत्तेदार सब्जियां
पालक और केल जैसी पत्तेदार सब्जियां न केवल जरूरी विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होती हैं, बल्कि इसमें ऐसे यौगिक भी होते हैं, जो टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाने में योगदान कर सकते हैं. ऐसा ही एक यौगिक है मैग्नीशियम, जो टेस्टोस्टेरोन उत्पादन में भूमिका निभाता है. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, मैग्नीशियम की कमी से लो टेस्टोस्टेरोन का शिकार होना पड़ सकता है. इसलिए, आहार में मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करने से फायदा हो सकता है.
अदरक
अदरक एक लोकप्रिय मसाला है, जिसमें एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि इसका टेस्टोस्टेरोन के स्तर पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. "इंटरनेशनल जर्नल ऑफ रिप्रोडक्टिव बायोमेडिसिन" में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया है कि अदरक को सप्लीमेंट के रूप में लेने से टेस्टोस्टेरोन के स्तर में सुधार हो सकता है. फिलहाल, इसके पीछे के पूरे तंत्र को समझने के लिए और रिसर्च की जरूर है. इसलिए, रोजमर्रा के खाने में मसाले के रूप में या हर्बल चाय बनाने के लिए अदरक का उपयोग करना फायदेमंद हो सकता है.
ऑइस्टर
ऑइस्टर को लंबे समय से एक स्वादिष्ट व्यंजन माना जाता रहा है, जिसे अपने अनूठे स्वाद और बनावट के लिए पसंद किया जाता है. ये न सिर्फ खाने में स्वादिष्ट होता है, बल्कि टेस्टोस्टेरोन लेवल को बढ़ाने में भी इसकी खास भूमिका होती है. जिंक से भरपूर ऑइस्टर टेस्टोस्टेरोन के प्रोडक्शन को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. जिंक को जरूरी मिनरल माना गया है, जो शरीर में हार्मोन को संतुलित बनाए रखने के काम आता है. जर्नल "न्यूट्रिएंट्स" में प्रकाशित एक अध्ययन में सुझाव दिया गया है कि जिंक सप्लीमेंट को संतुलित मात्रा में लेने से टेस्टोस्टेरोन का लेवल बेहतर बनाया रखा जा सकता है.
अनार
अनार न सिर्फ खाने में रसीला और मीठा होता है, बल्कि यह एंटीऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्वों का शक्तिशाली स्रोत भी है. हाल के कुछ अध्ययनों में यह साबित हुआ है कि अनार के सेवन से टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाने में मदद मिल सकती है. "फाइटोथेरेपी रिसर्च" में प्रकाशित अध्ययन से संकेत मिलता है कि अनार के रस के सेवन से टेस्टोस्टेरोन के स्तर में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है और मूड में सुधार हो सकता है. ऐसा माना जाता है कि अनार में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट का हार्मोन संतुलन पर सकारात्मक असर पड़ता है.
एवोकाडो
एवोकाडो हेल्दी फैट, विटामिन और मिनरल भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. एवोकाडो में पाए जाने वाले पोषक तत्वों में विटामिन के भी शामिल है, जो टेस्टोस्टेरोन के लेवल को बढ़ाने में खासी मदद कर सकता है. इसके अलावा, एवोकाडो में स्वस्थ मोनोअनसैचुरेटेड फैट होता है, जो हार्मोन के उत्पादन और संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए जरूरी है.
अंडा
अंडा नाश्ते का मुख्य व्यंजन हैं, जिसे खासतौर से प्रोटीन के लिए जाना जाता है. प्रोटीन के साथ-साथ अंडा विटामिन डी का भी अच्छा स्रोत होता है, जो टेस्टोस्टेरोन के रेगुलेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. शोध से पता चलता है कि विटामिन डी के उच्च स्तर वाले व्यक्तियों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर अधिक होता है.
डाइट में टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ जैसे ऑइस्टर, अनार व एवोकाडो आदि को शामिल करने से हार्मोनल संतुलन को बनाए रखने में मदद मिल सकती है. यहां हम स्पष्ट कर दें कि विभिन्न प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए जरूरी होते हैं. इसलिए, अगर कोई टेस्टोस्टेरोन में कमी का सामना कर रहा है, तो वह अपनी डाइट पर खासतौर से ध्यान दे.