एलियन क्या है? क्या सच में एलिएंस होते है? (About Alien in Hindi)

Brijesh Yadav
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एलियन क्या है? क्या सच में एलिएंस होते है? (About Alien in Hindi)
एलियन क्या है? क्या सच में एलिएंस होते है? (About Alien in Hindi)

   हमने अनेकों फिल्मों और कॉमिक्स की किताबों में एलियन्स के बारे में अवश्य पढ़ा, सुना और देखा हैं। आपने क्रिश की पहली मूवी “कोई मिल गया” अवश्य देखी होगी, जिसमें एक एलियन देखने को मिलता है। हालांकि इसके अलावा भी एलियन्स पर आधारित अनेकों हॉलिवुड और बॉलिवुड मूवी बन चुकी हैं। इसलिए एलियन क्या है, और क्या सच में एलिएंस होते हैं? यह जानना बेहद जरूरी हो गया है।

हमारा लेख पिछली अनेकों एलियन्स की न्यूज पर आधारित हैं। जिसके आधार पर हम आपको बताएंगे कि एलियन क्या है और क्या एलिएंस सच में होते है या नही। मतलब हम एलियन हिस्ट्री इन हिंदी में जानने की कोशिश करेंगे। देखा जाए तो एलियन एक काल्पनिक कहानी की तरह लगते है। लेकिन वैज्ञानिकों के पास अभी तक एलियन के होने या न होने का कोई भी पक्का सबूत नही है।

What Is Aliens In Hindi और एलियन कौन है?

हम सभी जीव-जंतु इस पृथ्वी पर रहते हैं, लेकिन ब्रह्माण्ड में हमारी पृथ्वी के समान अनेकों ग्रह और उपग्रह मौजुद हैं। जिस तरह हम अपनी पृथ्वी पर रहते है, उसी तरह हो सकता है कि अन्य ग्रहों पर भी हमारी तरह जीव-जंतु रहते हो।

एलियन क्या है या किसे कहते है और कौन है? एलियन हमारी तरह ही जीव होते है। एलियन उन्हे कहा जाता है, जो हमारी पृथ्वी पर नही रहते है। मतलब ऐसे जीव-जंतु एलियन कहलाते है जो अन्य ग्रह जैसे; मंगल, बुद्ध, शनि इत्यादि पर रहते हैं। अन्य ग्रहों पर रहने वाले सभी जीव हमारे लिए एलियन है, और हम उन ग्रह पर रहने वाले जीवों के लिए एलियन है।

एलियन के होने के अनेकों सबूत मिले हैं, लेकिन कोई सबूत सटीकता से यह नही बताता है कि एलियन होते है या नही।यह बहुत बड़ी बात है कि हम कई वर्षों से एलियन्स की तलाश कर रहे है लेकिन आज तक किसी ने प्रत्यक्ष एलियन को नही देखा है। लेकिन दुनिया का कोई भी देश या वैज्ञानिक संगठन ऐसा नही है, जो एलियन के अस्तित्व को नकार दे।

कई वैज्ञानिकों का मानना है कि एलियन होते है, लेकिन वे हमारी नजरों से छुपे रहते है और वे हमारी धरती पर छुप-छुपकर आते-जाते रहते है। इसके अलावा वैज्ञानिक यह भी सोचते है कि तकनीक और विज्ञान की दृष्टि से दूसरे ग्रह के प्राणी पृथ्वी के प्राणीयों से काफी अद्भुद और विकसित है।

आज एलियन का नाम सुनते ही अनेकों सवाल हमारे मन आ जाते है, जैसे; एलियन क्या है या कौन है, क्या सच में एलियन होते है, किसी ने एलियन को देखा है,क्याएलियन की वास्तविकता का सबूत है, क्या एलिएंस हमसे भी ताकतवर है, क्या एलियन पृथ्वी आते-जाते रहते हैं इत्यादि।

दुनिया एलियन का पहला सबूत

इंसान करिब पिछले 100 वर्षों से एलियन की तलाश कर रहा है, और इसके लिए अंतरिक्ष में दूरबीन और यान भेजकर उसे तलाशा जा रहा है। इसके अलावा धरती से रेडियों तरंगे भी भेजी जा रही है ताकि कोई मानव समान एलियन प्रजाति का पता चल सके। लेकिन लगभग 100 वर्ष हो गये लेकिन एलियन का कोई संदेश नही मिला।

एलियन के मौजुदगी की दुनिया में सबसे पहली और सबसे बड़ी घटना 1936 में बर्लिन में हुए ओलंपिक के दौरान देखी गयी थी। इस घटना का टीवी पर काफी प्रसारण भी हुआ था, लेकिन कोई पक्के सबूत नही मिले।

पृथ्वी से एलियन की तालश में अनेकों रेडियों तरंगे अभी तक भेजी जा रही है, ताकि एलियन का जवाब मिल सके। अनुमान लगाया जा रहा है कि यह रेडियों तरंगे अब तक हमारे सबसे करीबी सौर मंडल से भी आगे पहुंच चुकी होगी।

लेकिन, एलियन का अभी तक कोई संदेश नही मिला, आखिर ऐसा क्यों?

इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे

हो सकता है कि हमारे करीबी एलियन का विकास नही हुआ हो, मतलब वे अभी भी वायरस/जीवाणु की तरह बहुत छोटे हो।

हो सकता है कि एलियन हमारी कल्पना से अलग हो, और उन्हे खोजने का तरिका भी अलग हो।

इस ब्रह्माण्ड में करोड़ो ग्रह होंगे, और उन सभी ग्रहों पर हमारा पहुंच पाना मुश्किल है।

हो सकता है कि एलियन हमसे ज्यादा विकसित हो, इसलिए वे हमारी नजर में नही आ रहे हैं।

इस तरह अनेक कारण हो सकते हैं।SETI (Search For Extra Terrestrialintelligence) आज तक अंतरिक्ष में तलाश कर रही है। सेटी से जुड़े सेथ शोस्टाक का कहना है कि हमने एलियन की अनेकों फिल्में देखी है, इसलिए हमारे दिमाग में फिल्मों वाले एलियन की तस्वीरे छप गयी है। हम इससे कुछ नया नही सोच पा रहे है, और हो सकता है कि एलियन हमारी सोच से काफी अलग हो।

पृथ्वी पर भारत में एलियन के सबूत

एलियन के होने की कहानीयां अनेक है, लेकिन एक भी कहानी सबूतों के साथ सही साबित नही हुई है। भारतीय जमीन पर दूसरे ग्रहों से आए प्राणियों के कुछ सबूत मतलब निशान मिले हैं।

भारत की नर्मदाघाटी में शोध करने वाले एक वैज्ञानिक दल ने कहा है कि रायसेन से करीब 70 किलोमीटर दूरे एक घने जंगल में गुफाओं सहीत पत्थरों पर प्राचीन शैलचित्र मिले है। उनके अध्ययन से पता चला है कि प्राचीनकाल में एलियन इस प्रदेश में आये थे, और इस जंगल के आदिमानव उनके बारे में अवश्य जानते है।

शैलचित्रों पर एलियन के चिन्ह और उड़नतश्तरी की तस्वीरों को भी उकेरा गया। अर्थात जंगल के आदिमानव जिन्होने यह शैलचित्र बनाए है, उन्होने अवश्य एलियन को देखा होगा। लेकिन फिलहाल इन उड़न तश्तरियों द्वारा आने-जाने वाले एलियन की कहानी रहस्यमयी ही है।

एलियन- आखिर वो कहा है (एनरिको फर्मी)

एक मशहूर भोतिक वैज्ञानिक एनरिको फर्मी ने 1950 में अपने एक सहकर्मी को सवाल पूछा था कि आखिर “वो कहा है?” और यह सवाल आज तक काफी ज्यादा लोकप्रिय हैं क्योंकि इस सवाल का जवाब अभी तक नही मिला है।

उस समय यह सवाल काफी ज्यादा मशहूर हुआ था, और इस सवाल के कारण पैदा हुए विरोधाभास को आज भी ‘फर्मी पैराडॉक्स‘के नाम से जाना जाता है।

एक स्टडी से पता चला है कि ब्रह्मांड में केवल इंसान ही है जो बहुत ज्यादा वकसित है। और इसलिए एलियन्स का होना लगभग नामुमकिन है।

इस स्टडी को तीन विशेषज्ञों में से एक एनडर्स सैंडबर्गथे, जो ऑक्सफर्ड विश्वविद्यालय के फ्यूचर ऑफ ह्यूमैनिटी इंस्टिट्यूट के रिसर्चर है। दूसरे वैज्ञानिक एरिक ड्रेक्सलर थे, जो नैनो टेक्नोलॉजी कॉन्सेप्ट को मानते है। तीसरे वैज्ञानिक इसी अकादमिक सेंटर में दर्शनशास्त्र के प्रोफेसर टॉड ऑर्ड थे।

इस अध्ययन में फ्रमी पैराडॉक्स के एक गणितीय आधार से प्राप्त ड्रेक समीकरण का इस्तेमाल किया गया। और ब्रह्माण्ड की उन संभावित जगहों की लिस्ट बनाई गयी जहां जीवन हो सकता है। लेकिन पता चला कि 39% से 85% संभावना है कि पूरे ब्रह्मांड में इंसान अकेला जीवित बुद्धिमान प्राणी है।

स्टडी से ज्ञात हुआ कि वर्तमान समय में ब्रह्मांड में इंसान के अलावा कोई और बुद्धिमान सभ्यता नही है। अत: यह निष्कर्ष निकाला गया कि पूरे ब्रह्मांड में हमारे अकेले की संभावना काफी ज्यादा है। हालांकि वैज्ञानिकों का यह भी मानना है कि आज भी हमें दूसरे ग्रहों में जीवन की तलाश जारी रखनी चाहिए।

मंगल ग्रह पर मौजुद एलियन

हाल ही में मंगल ग्रह से आई एक तस्वीर काफी ज्यादा वायरल हुई थी जिसमें एक एलियन दिखाई दे रहा था। यह तस्वीर Nasa के मार्स रोवर पर्सवेरेंस (Perseverance) ने मंगल ग्रह से भेजी थी। हालांकि एक वर्ष पुरानी है, जिसे हाल ही में अफवाह के रूप में एक ब्लॉग राइटर ने अपलोड किया था।

ब्लॉग राइटर ने दावा किया कि इस चट्टान पर एक व्यक्ति लेटा हुआ है, जो Nasa के मार्स रोवर को देख रहा है। और उसी समय में मार्स रोवर ने उसकी तस्वीर खींच ली। कहा गया कि यह एलियन 1 फुट लंबा था और लेटा हुआ था, जिसका उपरी छाती, गर्दन और चेहरा गुलाबी रंग का था।

लेकिन बाद में सच्चाई आई की यह बिल्कुल अफवाह है। अभी हाल ही में “Chinese Yutu-2” चंद्रमा पर एक ‘मिस्ट्री हाउस‘ की खोज करता हुआ दिखाई दिया था। हकीकत में तस्वीर में दिख रहा एलियन एक अजीब आकार की चट्टान थी।

क्या सच में एलिएंस होते है -Nasa की खोज

Nasa ने जब इंस्टाग्राम पर एक विडियों अपलोड किया जिसमें एक सवाल पुछा गया कि क्या वाकई में एलियन होते है? तब नासा वैज्ञानिक डॉ. लिंडसे हेस ने कहा कि यह बहुत ही रोचक और रहस्यमयी सवाल है। जिसका जवाब वर्षों से खोजा जा रहा है, लेकिन अभी तक सिर्फ संकेत के अलावा कोई भी पक्का सबूत नही मिला है।

डॉ. लिंडसे ने यह भी बताया कि नासा अब तक मंगल ग्रह पर पांच रोवर्स और चार लैंडर्स भेज चुका है, जिसमें हाई रिजॉल्यूशन लैस वाले कैमरे लगे हुए है। अब तक नासा मगंल ग्रह का केवल एक हिस्से का ही निरक्षण कर पाया है, अत: यह कह पाना मुश्किल है कि एलियन होते है या नहीं।

डॉ. लिंडसे हेस का यह भी मानना है कि वह यह जरूर पता लगाई कि एलियन क्या है औरक्या सच में एलिएंस होते है?

ब्रिटेन वैज्ञानिक चंद्र विक्रम सिंह का पक्का सबूत, एलियन होता है

वैसे पिछले कई वर्षों की रिसर्च के बाद भी कोई वैज्ञानिक पुख्ता तौर पर कुछ भी नही कह सकता है। लेकिन हाल ही में ब्रिटेन के एक शीर्ष वैज्ञानिक प्रोफेसर चंद्र विक्रम सिंह का कहना है कि एलियन होते है और उसके पुख्ता सबूत भी है।

दिसंबर में श्रीलंका में एक उल्का पिंड का टुकड़ा गिरा था, जिसका अध्ययन करने पर पता चला कि पिंड पर एल्गी (शैवाल) के छोटे-छोटे जीवाश्म चिपके हुए है। यह देखने में बिल्कुल समुद्री शैवाल की तरह दिखाई दे रहे थे, अत: इससे साफ प्रमाणित होता है कि ब्राह्मांड में हम अकेले जीव नही है।

एलियन का मतलब क्या होता है, एलियन से जुड़ी 10 चौंकाने वाली बातें

ब्रह्माण्ड हमारी सोच से बहुत बड़ा है, जिसमें पृथ्वी से कई बड़े-छोटे ग्रृह और उपग्रह मौजुद हैं। इन ग्रहों का अध्ययन कर पाना बैहद चुनौतीभरा है। यह बिल्कुल संभव है कि एलियन हमारी धरती पर आ सकते है। जिस तरह हमारे बनाये हुए रोवर चंद्रमा, मंगल ग्रह, शनि ग्रह पर पहुंचे है, उसी तरह हो सकता है कि एलियन भी हम तक पहुंचे।

What Is The Meaning Of Aliens In Hindi, ‘एलियन’ दूसरे ग्रह का निवासी या परग्रहवासी होता है। मतलब जो प्राणी पृथ्वी से बाहर रहते हैं, वे सभी जीव हमारे लिए एलियन हैं। और पृथ्वी के जीव-जंतु दूसरे ग्रहों के प्राणीयों के लिए एलियन है।

2009 में अमेरिकी अंतरिक्ष परिक्षण संस्था ‘नासा‘ने हमारी आकाशगंगा (गैलेक्सियां) के सर्वेक्षण के लिए केपलर मिशन-10 के नाम से परियोजना की शुरूआत की थी। इस परियोजना से पता चला कि 400 अरब तारे और इतने ही ग्रह मौजुद हैं। एक अध्ययन में पता चला कि हमारी आकाशगंगा में 160 अरब ग्रह हैं, जहां एलियंस हो सकते हैं।

इससे जुड़ी कुछ 10 रोचक बाते निम्न प्रकार हैं-

1. वर्षों के वैज्ञानिक शोध से पता चला है कि 10 हजार ईपू धरती पर एलियंस आए थें, जिन्होने इंसालों को ज्ञान दिया था। उसके बाद उन्होने राजाओं को संदेशवाहक बनाया। आज अलग-अलग पुरानी सभ्यताओं में एलियन के चित्र देखने को मिलते हैं, जैसे इजिप्ट, इंका, बेबीलोनिया, सिंधु घाटी, माया, मोहनजोदड़ो, सुमेरियन इत्यादि।

प्राचीन सभ्यताओं पर शोध करने वाले मशहूर लेख एरिक वोन डेनीकेन की किताब ‘चैरियोट्स ऑफ गॉड्स‘ में बताया गया कि गीजा के पास पिरामिड बनाने की कोई तकनीक या औजार नही थे। अत: उस समय एलियन ने ही पिरामिड बनाये होंगे।

2. वैज्ञानिक रिचर्स से पता चला कि ‘ओरायन‘ एक ऐसा नक्षत्र है जिसका पृथ्वी से काफी गहरा संबंध है। अनेकों सभ्यताओं की पौराणिक कथाओं और तराशे गए पत्थरों पर अंकित चित्रों में ‘नक्षत्र‘ से संबंधित जानकारी मिली हैं। वैज्ञानिक मानते है कि हमारे पूर्वज ‘ओरायन‘ नक्षत्र से आए थे।

3. 2010 की एक खबर आई थी, जिसके अनुसार 1948 में अमेरिका और ब्रिटेन के परमाणु मिसाईल ब्लास्ट के स्थलों पर एलियंस आए थे। अमेरिका वायुसेना के पूर्व सिपाहियों के एक दल का दावा है कि ब्रिटेन के सफोल्क परमाणु स्थल पर कुछ एलियन उतरे थे।

4. छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में हमें एक गुफ में 10 हजार वर्षों पुराने शैलचित्र मिले हैं। नासा और भारतीय ऑर्कियोलॉजिकल की खोज से पता चला कि शैलचित्रो पर एक उड़नतश्तरी बनी हुई है और उसमें से एलियन निकलते भी दिखाई दे रहे है। इससे स्पष्ठ होता है कि 10,000 वर्षों पहले एलियन आए थे, जिन्होने इंसानों को ज्ञान दिया था।

5. वर्तमान में अनेकों सभ्यताएं हैं, जिसमें अनेकों रहस्य छिपे हुए हैं। इजिप्ट और माया सभ्यता से पता चलता है कि एक निश्चित समय बाद एलियन पुन: लौटेंगे और राज करेंगे।

6. कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि पृथ्वी पर आज भी एलियन छुपकर रहते है। ऐसी कई जगह है, जैसे हिमालय, समुद्री सुरंगे व गुफाएं और घने जंगल। हम अनेकों वर्षों से एलियनंस या UFO के देखे जाने की घटनाओं को अखबारों व किताबों में पढ़ते है।

हिमालय की एक घटना में पता चला कि भारत-चीन सीमा से करीब 250 मीटर दूर एक छोटे से क्षैत्र में चमकदार सफेद रोशनी नजर आई। और 8 भारतीय सिपाही, 3 बकरियां, 1 कुत्त और 1 तेंदुआ भारी बादलों में गायब हो गये। हालांकि वे वापिस मिल गये थे, लेकिन 2 सिपाही लापता थे। यह घटना एक स्थानीय किसान ने देखी थी।

7. Spain’s InstitutEstófisicadel Canarias और University of Floridaके वैज्ञानिकों ने स्पष्ट किया कि एलियंस है जो हमारी गतिविधियों पर नजर रखे हुए।

8. एक विश्व सर्वेक्षण में लोगो से सवाल पूछा गया कि क्या एलियंस इंसानों के बीच भेष बदलकर घूम रहे है, तो 20% प्रतिशत लोगों ने इसका जवाब ‘हां’ दिया हैं। एक समाचार एजेंसी रायटर्न ने भी सर्वेक्षण किया जिसमें 22 देशों के 23 हजार लोगों से यही सवाल पूछा गया। कुल मिलाकर यही साबित हुआ कि 80% धरती पर एलियनंस नही हैं।

9. जैसा कि मैने बताया कि वर्तमान में अनेको प्राचीन सभ्यताएं हैं, जैसे भारतीय, मिस्र, ग्रीस, सुमेरू, बेबीलोनिया, माया और मैक्सिको इत्यादि। इन समय में एलियन के रूप का वर्णन देखने को मिलता है, जैसे एलियंस आधे मानव और आधे जानवर थे।

ये इंसानी रूप में लंबे-पतले होते थे, उनका सिर लंबा होता था। और वे 8 से 10 फीट लंबे होते थे। अर्ध्दमानव रूपी एलियंस सर्प, गरूड़ और वानर जैसे होते थे इत्यादि।

10. कुछ अमेरिकन महिलाओं ने दावा किया कि उन्होने एलियंस के साथ सेक्स किया हैं। यह महिलाएं ब्रिगेट नीलसन अमेरिका के शहर एरिजोना और एलुना वर्स लॉस एंजिल्स की रहने वाली हैं। इनका कहना है कि इनके कुल 13 हाइब्रीड बच्चे है, जो अंतरिक्ष में एलियंस के साथ स्पेसशिप में रहते हैं।

इस तरह अनेकों अजीबो-गरीब कहानी सुनने और देखने को मिल रही हैं।

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