स्माइल लाइन क्या है? Smile Line के कारण, लक्षण और बचाव

स्माइल लाइन क्या है? Smile Line के कारण, लक्षण और बचाव
स्माइल लाइन क्या है? Smile Line के कारण, लक्षण और बचाव

  स्माइल लाइन(Smile Line) को मेडिकल भाषा में नासोलैबियल फोल्ड कहा जाता है. ये मुंह के दोनों तरफ स्थित रेखाएं होती हैं. जब कोई व्यक्ति मुस्कुराता है, तो ये रेखाएं साफ दिखाई देती हैं. ये रेखाएं रेशेदार टिश्यू और मसल्स के घने बंडलों से बनी होती हैं. नवजात शिशुओं को छोड़कर लगभग सभी लोगों में नासोबैलियल फोल्ड नजर आते हैं, लेकिन कुछ लोगों में स्माइल लाइन अधिक दिखाई देती हैं. दरअसल, जैसे-जैसे त्वचा ढीली और पतली होती जाती है, वैसे-वैसे स्माइल लाइन अधिक क्लियर दिखाई देने लगती हैं.

स्माइल लाइन Smile Line) क्या है?

स्माइल लाइन Smile Line) उन झुर्रियों और रेखाओं को कहा जाता है, जो नाक के नीचे से लेकर मुंह के कोनों तक बनती हैं. ये रेखाएं सभी लोगों में सामान्य होती हैं, लेकिन कुछ लोगों में स्माइल लाइन कम और कुछ में ज्यादा साफ दिखाई दे सकती हैं. इन रेखाओं को लाफिंग लाइंस के रूप में भी जाना जाता है. स्माइल लाइन महिलाओं और पुरुषों दोनों में आम हैं, लेकिन बढ़ती उम्र के साथ ये स्माइल लाइन अधिक क्लियर दिखाई देने लगती हैं.

स्माइल लाइन के लक्षण

स्माइल लाइन लगभग सभी लोगों में दिखाई देती हैं. इसमें नाक और मुंह के कोनों में रेखाएं नजर आती हैं. इसके लक्षण निम्न हो सकते हैं-

  • नाक के दोनों किनारों से लेकर मुंह के कोनों तक त्वचा में सिलवटें पड़ना.
  • मुस्कुराते समय रेखाएं अधिक साफ दिखाई देना.
  • आराम करते समय रेखाएं या सिलवटों का गायब हो जाना.
  • उम्र बढ़ने पर रेखाएं अधिक साफ दिखाई देना.

स्माइल लाइन Smile Line) के कारण

वैसे तो स्माइल लाइन सभी लोगों में दिखाई देती हैं, लेकिन कुछ लोगों में ये अधिक स्पष्ट रूप से दिखाई देती हैं. इसके निम्न कारण हो सकते हैं –

एजिंग

जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, स्माइल लाइन होने की संभावना काफी बढ़ जाती है. दरअसल, उम्र बढ़ने पर शरीर में कोलेजन और इलास्टिसिटी कम होने लगती है. इसकी वजह से त्वचा की फ्लैक्सिबिलिटी कम हो जाती है और स्किन में खिंचाव होने लगता है. ऐसे में मुंह के कोनों पर झुर्रियां नजर आने लगती हैं. 

धूम्रपान करना

धूम्रपान करना भी स्माइल लाइन का मुख्य कारण हो सकता है. धूम्रपान करने से त्वचा में कोलेजन और इलास्टिसिटी कम हो जाती है. ऐसे में नाक के दोनों किनारों से लेकर मुंह के कोनों तक सिलवटें पड़ सकती हैं. 

सूरज की किरणें

आपको बता दें कि जो लोग धूप में अधिक रहते हैं, उनमें स्माइल लाइन जल्दी दिखाई दे सकती हैं, क्योंकि सूरज की पराबैंगनी किरणें त्वचा में कोलेजन और इलास्टिन को नष्ट कर सकती हैं. इससे झुर्रियां दिखाई दे सकती हैं. 

वजन कम या अधिक होना

कम या अधिक वजन की वजह से स्माइल लाइन उभर सकती हैं. दरअसल, जिन लोगों का वजन बहुत कम होता है, उनकी त्वचा ढीली हो सकती है. वहीं, अगर वजन अधिक है, तो गाल बड़े और मोटे दिखाई दे सकते हैं. ऐसे में नाक और मुंह के दोनों तरफ स्माइल लाइन दिखाई दे सकती हैं.

साइड स्लीपिंग

अगर आप करवट लेकर सोते हैं, तो भी आपके चेहरे पर जल्दी स्माइल लाइन नजर आ सकती हैं. इससे बचने के लिए आप पीठ के बल सोना शुरू कर सकते हैं. इससे आपकी स्किन रिपेयर होगी, साथ ही नींद भी अच्छी आएगी.

स्माइल लाइन का इलाज

स्माइल लाइन का बनना प्राकृतिक है. वहीं, अगर किसी के चेहरे पर कम उम्र में ही स्माइल लाइन साफ नजर आने लगती हैं, तो इस स्थिति में डॉक्टर से संपर्क करके इसका इलाज करवाया जा सकता है. स्माइल लाइन का इलाज इस प्रकार है –

बोटुलिनम टॉक्सिन इंजेक्शन

अगर किसी की स्माइल लाइन अधिक क्लियर नजर आ रही है, तो इस स्थिति में डॉक्टर बोटुलिनम टॉक्सिन इंजेक्शन लगाने की सलाह दे सकते हैं. बोटुलिनम टॉक्सिन इंजेक्शन रेखाओं और झुर्रियों को कम करने के लिए एक अच्छा उपाय हो सकता है. इस इंजेक्शन को लगाने के कुछ महीनों बाद स्माइल लाइन की उपस्थिति कम हो सकती है.

फिलर

बोटुलिनम टॉक्सिन इंजेक्शन के साथ ही फिलर का उपयोग करने से भी स्माइल लाइन का इलाज किया जा सकता है. इसमें सिलवटों और रेखाओं को भरने के लिए इंजेक्शन लगाया जाता है. यह इंजेक्शन रेखाओं को भरता है, उस एरिया को मोटा बनाता है. इस इंजेक्शन का प्रभाव 6 महीने से लेकर एक वर्ष तक रह सकता है. आपको बता दें कि फिलर में हायलूरॉनिक एसिड, पॉलीलैक्टिक एसिड, कैल्शियम हाइड्रॉक्सीपैटाइट और पॉलीमेथिल-मेथैक्रिलेट माइक्रोस्फीयर जैसे पदार्थों को इंजेक्शन के माध्यम से स्किन में डाला जाता है.

रेटिनोइड्स

रेटिनोइड्स त्वचा पर विटामिन-सी के रूप में काम करता है. रेटिनोइड्स के इस्तेमाल से त्वचा में कोलेजन के उत्पादन को बढ़ावा मिलता है. रेटिनोइड्स युक्त प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से स्माइल लाइन या सिलवटें धीरे-धीरे कम हो सकती हैं.

स्किन टाइटनिंग ट्रीटमेंट

कई बार डॉक्टर स्माइल लाइन का इलाज करने के लिए स्किन टाइटनिंग ट्रीटमेंट का भी सहारा ले सकते हैं. स्किन टाइटनिंग ट्रीटमेंट में रेडियोफ्रीक्वेंसी डिवाइस, अल्ट्रासाउंड या फिर लेजर शामिल हो सकता है. ये ट्रीटमेंट त्वचा में कोलेजन के स्तर को बढ़ावा देते हैं. इससे नाक और मुंह के कोनों पर पड़ने वाली सिलवटें धीरे-धीरे कम हो सकती हैं. 

सर्जरी

सर्जरी के माध्यम से भी डॉक्टर स्माइल लाइन का इलाज कर सकते हैं. इसमें चीक लिफ्ट या फुल-फेस लिफ्ट के जरिए स्माइल लाइन और एजिंग के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है. ध्यान रहे कि इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि सर्जरी के माध्यम से उम्र बढ़ने के लक्षण पूरी तरह से गायब हो जाएंगे.

स्माइल लाइन से बचाव के उपाय

स्माइल लाइन Smile Line) कुछ लोगों में अधिक स्पष्ट दिखाई दे सकते हैं, लेकिन निम्न उपायों को फॉलो किया जाए, तो इससे बचा जा सकता है –

  • हेल्दी डाइट लेने से आप स्माइल लाइन से बच सकते हैं.
  • इससे बचने के लिए रेगुलर एक्सरसाइज करें.
  • स्माइल लाइन से बचने के लिए पूरी नींद लेना भी जरूरी होता है.
  • तनाव, चिंता, मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन स्माइल लाइन के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं.
  • धूप की रोशनी के अधिक संपर्क में आने से बचना चाहिए.
  • धूम्रपान और शराब जैसे नशीले पदार्थों का सेवन करने से बचें.
  • पीठ के बल सोना भी स्किन के लिए काफी अच्छा साबित हो सकता है.
  • घर से निकलने से पहले कम से कम एसपीएफ 30 सनस्क्रीन जरूर लगाएं.

स्माइल लाइन कोई बीमारी नहीं है. यह नाक के दोनों किनारों से लेकर मुंह के कोनों तक फैली रेखाएं होती हैं. नवजात शिशुओं को छोड़कर ये रेखाएं सभी लोगों में दिखाई देती हैं, लेकिन कुछ लोगों में स्माइल लाइन अधिक साफ दिखाई दे सकती हैं. धूम्रपान, धूप में रहना व बढ़ती उम्र स्माइल लाइन के मुख्य कारण हो सकते हैं, लेकिन अच्छी डाइट और नींद लेकर इनसे बचा भी जा सकता है. साथ ही इन लाइन्स को कम करने के लिए डॉक्टर कुछ इंजेक्शन और ट्रीटमेंट भी दे सकते हैं.

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