प्रेगनेंट नहीं होने के 14 कारण? – Pregnant Na Ho Pane Ke 14 Karan
प्रेगनेंट नहीं होने के 14 कारण – Pregnant Na Ho Pane Ke 14 Karan |
कई बार कुछ मुश्किलों और परेशानियों के कारण आप मां नहीं बन पाती हैं या फिर मां बनने की प्रक्रिया में आपके सामने बहुत सारी परेशानियां आती हैं। अगर आप भी ऐसा ही महसूस कर रही हैं तो आपको जरा भी ना उम्मीद या दुखी होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि आपके प्रेग्नेंट न होने के कुछ कारण हैं जिन्हे समझने के बाद इलाज की मदद से आप बहुत ही आसानी के साथ मां बनने का अनुभव प्राप्त करने में कामयाब हो जाएंगी।
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इस ब्लॉग को पूरा पढ़ने के बाद आप यह समझ जाएंगी की प्रेगनेंट कैसे होना है। साथ ही आपकी प्रेगनेंसी के रास्ते में आ रही रुकावटों को कैसे दूर करना है।
प्रेगनेंट नहीं होने के कारण? – Pregnant Na Ho Pane Ke Karan
अगर आप प्रेग्नेंट नहीं हो पा रही हैं तो इसके कुछ कारण हो सकते हैं। कई आर कुछ सामान्य कारण होते हैं तो कई बार मेडिकल से संबंधित कारण होते हैं और ये कारण स्त्री और पुरुष दोनों में हो सकते हैं। तो आइए इन कारणों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
1- अनियमित पीरियड्स आना
अनियमित पीरियड्स होना भी आपके प्रेगनेंट नहीं होने के कारणों में से एक है। अनियमित पीरियड्स होने के कारण आपको अनियमित ओव्यूलेशन का सामना करना पड़ता है जिसके कारण आपको गर्भ धारण करने में ढेरों समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आप जितना कम ओव्युलेट करती हैं उतना ही आपके गर्भ धारण करने की संभावना कम होती है।
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इसलिए आपको अपने पीरियड्स पर ध्यान देना चाहिए और अगर यह नियमित रूप से नहीं आते हैं तो फिर आपको डॉक्टर से मिलकर इस बारे में बात करनी चाहिए। इसका इलाज कराने के बाद आप फिर से कोशिश कर सकती हैं और इस बार आपके मां बनने के सपनों में किसी तरह की कोई बाधा सामने नहीं आएगी। डॉक्टर को दिखाने के अलावा आपको अपने खान पान में बदलाव और जीवनशैली को बेहतर बनाने की जरूरत होती है क्योंकि ये आपके पीरियड्स को नियमित रूप से आने में मदद करते हैं।
2- नशा करना
नशीली चीजें जैसे की सिगरेट, शराब और तंबाकू का सेवन आपके शरीर को हर तरह से नुकसान पहुंचाता है। इनके अंदर वो सभी अवगुण पाए जाते हैं जो आपको कमजोर और बीमार बनाने के लिए काफी हैं। नशा आपकी प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित करता है। यह पुरुष और महिला में बाँझपन तथा नपुंसकता का कारण बनता है। अगर आप नशा करते हैं तो बेहतर हैं की आप नशा करना बंद कर दें क्योंकि यह आपको प्रेगनेंट होने से रोकने में सबसे बड़ा बाधा बन सकता है। सिगरेट, शराब और तंबाकू का सेवन पुरुष के स्पर्म की क्वालिटी और मात्रा को बहुत बुरी तरह से प्रभावित करता है। नशा को छोड़ने के लिए आप डॉक्टर की मदद ले सकते हैं।
3- पर्याप्त मात्रा में नींद न सोना
जीवन इतना व्यस्त है की हर कोई सुबह से शाम तक एक से दूसरी जगह भागता ही रहता है। इस भागदौड़ के चक्कर में आप खुद को समय और खुद पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। आप सोते देर से हैं लेकिन जगते जल्दी हैं जिसके कारण आपकी नींद पूरी नहीं होती है। नींद पूरा न होने के कारण आपकी प्रजनन थमता प्रभावित होती है। इसलिए यह जरूरी है की आप कम से कम दिन में 8 घंटे की नींद लें। नींद सोते समय अपने मोबाइल फोन और लाइट को बंद कर दें ताकि किसी तरह की कोई डिस्टर्बेंस न हो।
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4- सेक्स के बाद योनि साफ करना
सेक्स करने के तुरंत बाद योनि को पानी से नहीं धोना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से स्पर्म को अण्डों के साथ निषेचन करने का समय नहीं मिल पाता है। क्योंकि योनि को पानी से साफ करने के दौरान स्पर्म योनि से बाहर आ जाते हैं और आप प्रेगनेंट नहीं हो पाती हैं। सेक्स करने के बाद थोड़े समय तक आराम करना चाहिए ताकि स्पर्म को अण्डों के साथ निषेचन करने के लिए काफी समय मिल सके। ऐसा करने से आपके गर्भ धारण करने की संभावना बढ़ जाती है। सेक्स करने के तुरंत बाद अपनी योनि को पानी से धोने या साफ करने से बचना चाहिए।
5- टाइट अंडरवियर पहनना
अगर आप काफी कोशिशों के बावजूद भी गर्भ धारण करने में कामयाब नहीं हो पा रही हैं तो इसका कारण आपका टाइट अंडरवियर भी हो सकता है। आपको टाइट अंडरवियर पहनने से बचना चाहिए क्योंकि जहां एक तरफ यह पुरुषों में उनके स्पर्म की क्वालिटी और मात्रा को कम करता है वहीं दूसरी तरफ यह महिलाओं में इंफेक्शन होने की संभावना को बढ़ाता है। और ये दोनों गर्भ धारण में बाधा का काम करते हैं। अगर आप प्रेगनेंसी का इंतजार कर रहे हैं तो आपको टाइट अंडरवियर पहनने से बचना चाहिए। साथ ही अपने प्राइवेट पार्ट की सफाई का ध्यान भी रखना चाहिए।
6- Vitamin D की कमी होना
विटामिन डी महिलाओं के लिए बहुत आवश्यक है क्योंकि यह गर्भ धारण (Conception) में अपनी एक बड़ी भूमिका निभाता है। पूरे दिन ऑफिस या घर में रहने के कारण आपके शरीर को धुप नहीं मिल पाता है जिसके कारण आपके शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है जो आपके प्रेगनेंसी में बाधा बनकर सामने आता है। रोजाना कुछ समय धुप में रहने की कोशिश करें। गर्भ धारण करने में यह आपकी मदद करेगा। साथ ही समय समय पर अपने शरीर में विटामिन डी की जांच भी करवाती रहें।
7- ज्यादा उम्र होना
आपके प्रेगनेंट न होने के कारणों में आपकी उम्र ज्यादा होना भी शामिल है। डॉक्टर का मानना है की प्रेगनेंसी के लिए एक महिला की सबसे बेस्ट उम्र 20 से 35 वर्ष के बीच होती है। इस दौरान इन्हे कंसीव करने में बहुत कम परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अगर आपकी उम्र लगभग 40 या इससे ज्यादा है तो यह आपकी प्रेगनेंसी के बीच का रोड़ा हो सकता है। लेकिन आपको घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि बहुत सारी दवाएं और इलाज मौजूद हैं जिनकी मदद से आप प्रेगनेंट हो सकती हैं।
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8- मोटापा होना
अधिक वजन प्रेगनेंसी में बाधाएं पैदा करता है इसलिए यह जरूरी है की आपका वजन संतुलित हो। अगर आपका वीएमआई काफी ज्यादा है तो यह आपकी प्रेगनेंसी के रास्ते में रोड़ा बनकर सामने आ सकता है। अपने वजन को कम करने के लिए आप डॉक्टर की राय ले सकती हैं। वजन कम होने के बाद आपको कंसीव करने में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आएगी।
9- पुरुष में स्पर्म की कमी होना
कई बार आप अपने पति में स्पर्म की कमी होने के कारण भी कंसीव करने में असफल होती हैं। पुरुष में स्पर्म की मात्रा कम होने के कारण गर्भ धारण करने में बहुत मुश्किलें आती हैं। इस समस्या को दूर करने के लिए आप मेडिकल सहायता ले सकते हैं। डॉक्टर आपको जीवन में कुछ बदलाव लाने तथा कुछ दवाओं का सेवन करने का सुझाव देते हैं जिससे आपके स्पर्म की मात्रा और आपकी पत्नी के गर्भ धारण करने की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है। सिगरेट, शराब और तंबाकू का सेवन करने से पुरुष में स्पर्म की क्वालिटी खराब और मात्रा कम हो जाती है जिसके कारण आप में नपुंसकता आ जाती है और आपकी पत्नी प्रेगनेंट नहीं हो पाती है। अगर आप नशा करते हैं तो फिर आपको इससे दूर रहना चाहिए।
10- तनाव होना
आज हर दस वयस्क में से कम से कम 6 तनाव के शिकार होते हैं। जीवन की जरूरतों के बीच आप संतुष्ट रहना और छोटी छोटी चीजों में खुशियां ढूंढना भूल जाते हैं। आपके जीवन में हमेशा काम काम और काम ही रहता है। काम के चक्कर में आप इतना व्यस्त हो जाते हैं की आप खुद को समय देना, अपनी खुशियों और स्वस्थ्य का ख्याल रखने तक का समय नहीं निकाल पाते हैं। आप हमेशा जो चीजें आपके पास होती हैं उन्हें छोड़कर जो आपके पास नहीं है उसके बारे में सोचते रहते हैं और इस चक्कर में आप तनाव के शिकार हो जाते हैं।
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यह आपको मानसिक और शारीरिक तौर पर बुरी तरह से प्रभावित करता है जो आपके प्रजनन क्षमता को कम कर देते हैं और आप मां या पिता बनने के अनुभव को महसूस करने से महरूम रहते हैं। लेकिन खबराइये मत, तनाव होना एक मामूली बीमारी है जिसका इलाज मौजूद है। डॉक्टर से मिलकर बात करें और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएं। ऐसा करने के बाद आप संतान का सुख प्राप्त करने में जरूर कामयाब हो जाएंगे।
11- एंडोमेट्रियोसिस की समस्या होना
एंडोमेट्रियोसिस महिलाओं में पाई जाने वाली एक बीमारी है जो उनके प्रजनन क्षमता को प्रभावित और कमजोर करती है। अगर आप कोशिश करने के बाद भी गर्भ धारण करने में कामयाब नहीं हो पा रही हैं तो फिर आपको इस बीमारी का चेकअप कराना चाहिए। इसके लक्षणों में सेक्स के दौरान दर्द होना, स्टूल पास करते समय परेशानी और बार बार पिशाब लगना शामिल है। अगर आप इनमें से कोई भी लक्षण अपने आप में महसूस करती हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलकर इसकी जाँच और इलाज करानी चाहिए। इस बीमारी के खत्म होने के बाद आपके गर्भ धारण करने की संभावना बढ़ जाती है। अगर आपको इस बीमारी के अलावा कोई दूसरी भी समस्या है तो उसके बारे में भी डॉक्टर को बताना चाहिए।
12- पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम होना
यह भी महिलाओं में पाई जाने वाली एक बीमारी है जो हार्मोन में असंतुलन होने के कारण होती है। पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम ओव्यूलेशन को सीधे तौर पर प्रभावित करती है। जिसके कारण आपको गर्भ धारण करने में दिक्कत आती है। प्रेगनेंसी के लिए ओव्यूलेशन का होना बहुत जरूरी है। इस बीमारी से पीड़ित होने की स्थिति में आपको डॉक्टर से मिलकर इसका सही से जांच और इलाज कराना चाहिए। इसका इलाज करवाने के बाद आपको ओव्यूलेशन में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आती है और आपके गर्भ धारण करने की संभावना भी बढ़ जाती है।
13- थायराइड की समस्या होना
स्त्री-रोग विशेषज्ञ का मानना है की थायराइड की समस्या भी प्रेगनेंसी के रास्ते में बाधा बनकर सामने आती है। थायराइड पीरियड्स और ओव्यूलेशन को प्रभावित करता है जिसके कारण आपको कंसीव यानि की गर्भ धारण करने में ढेर सारी दिक्कतें सामने आती हैं। अगर आप थायराइड से पीड़ित हैं तो आपको इसका सही इलाज कराना चाहिए और अगर आप थायराइड से पीड़ित नहीं तो भी आपको इसका जांच कराना चाहिए। क्योंकि कई बार आप थायराइड से पीड़ित होने के बाद भी इस बात से अनजान होती हैं। समय पर इसका इलाज नहीं हुआ तो इसके अंदर इतनी ताकत होती है की यह आपको बांझ तक बना सकता है। इसका सही से इलाज कराने के बाद आप फिर से गर्भ धारण करने की कोशिश में पूरी तरह से कामयाब हो सकती हैं।
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14- प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन की कमी होना
स्त्री-रोग विशेषज्ञ इस बात की और भी इशारा करते हैं की महिलाओं में प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन की कमी होने के कारण भी उन्हें गर्भ धारण करने में समस्याओं का सामना करना पड़ता है। प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन ओव्यूलेशन की प्रकिया में एक बहुत मुख्य भूमिका निभाता है। यही कारण है की आप में इसकी मात्रा कम होने के कारण ओव्यूलेशन की प्रक्रिया भी धीमी हो जाती है और गर्भ धारण करने में आपको ढेरों समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
इस समस्या को दूर करने के लिए आप डॉक्टर से मिलकर उनसे अपनी परेशानी के बारे में बात कर सकती हैं। वे आपको कुछ दवाओं का सेवन करने का सुझाव देते हैं जो आपके शरीर में प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन की मात्रा को बढ़ाने में सहायता करते हैं। आपके शरीर में प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन की मात्रा बढ़ने के बाद आपको गर्भ धारण करने में किसी तरह की कोई दिक्कत या परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
प्रेगनेंट होने के लिए इलाज
ऊपर बताए गए सभी कारणों को दूर करने के बाद भी अगर आपको कंसीव करने में समस्या हो रही है तो आपको डॉक्टर से मिलकर इस बारे में बात करनी चाहिए। वे आपके शरीर की जांच करने और प्रेगनेंट न होने के कारणों को जानने और उन्हें अच्छे समझने के बाद आपको कुछ सुझाव देते हैं जो आपको गर्भ धारण करने में मदद करते हैं। डॉक्टर आपको उन दवाओं का सेवन करने की सलाह दे सकते हैं जो आपके अंडाशय में अण्डों की सक्रियता और क्वालिटी को बढ़ाने में फायदेमंद साबित होते हैं। सभी तरकीबों के फेल होने के बाद डॉक्टर आपको इन विट्रो निषेचन और अंतर्गर्भाशयी गर्भाधान जैसे प्रजनन तरीकों का इस्तेमाल करने की सलाह दे सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें|