‘गैसलाइट’ फिल्म का रिव्यू – Gaslight Movie Review in Hindi
‘गैसलाइट’ फिल्म का रिव्यू – Gaslight Movie Review in Hindi |
डायरेक्टर : पवन कृपलानीश्रेणी:Hindi, Mystery, Thriller, Dramaअवधि:1 Hrs 51 Min
सारा अली खान की ‘Gaslight’ इस हफ्ते सीधे ओटीटी प्लेटफॉर्म डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज हुई है। फिल्म मर्डर मिस्ट्री है और इसमें सारा के साथ विक्रांत मैसी, चित्रांगदा सेन, राहुल देव और अक्षय ओबेरॉय जैसे नामी सितारें हैं।
‘गैसलाइट’ फिल्म की कहानी – Gaslight Movie Story
‘गैसलाइट’ गुजरात की एक रियासत के पूर्व राजा की बेटी मीशा (Sara Ali Khan) की कहानी है। एक एक्सिडेंट के कारण विकलांग हुई मीशा व्हील चेयर पर है। किसी अनबन के कारण लंबे अरसे से अपने पिता से दूर रही मीशा को जब उसके पिता का बुलावा आता है, तो वह उनसे मिलने पहुंचती है। लेकिन महल में पिता की जगह मीशा की सौतेली मां रुक्मिणी (Chitrangda Singh) उसका स्वागत करती है। मीशा को यह समझ नहीं आता कि उसके पिता ने उसे बुलाया, लेकिन खुद कहां गायब हो गए हैं। इसी बीच मीशा के साथ अजीब- अजीब घटनाएं घटने लगती हैं। कभी उसे रात में अपने पिता दिखते हैं, तो कभी उनकी परछाई नजर आती है। परेशान मीशा अपने पिता के गायब होने की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाती है।
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इधर, रुक्मिणी लगातार मीशा को यह यकीन दिलाने की कोशिश करती है कि यह सब उसके मन का वहम है। महल की देखभाल करने वाले मैनेजर कपिल (Vikrant Massey) का कहना है कि राजा साहब पहले भी कई बार ऐसे ही अपनी महिला मित्रों के साथ गायब हो जाते हैं। कपिल, मीशा को यह भी बताता है कि रुक्मिणी अपने दोस्तों, जिले के एसपी और राजपरिवार के फैमिली डॉक्टर के साथ मिलकर राजा की संपत्ति हड़पने की फिराक में है। क्या मीशा अपने पिता को तलाश पाएगी? क्या वाकई इस कहानी की विलेन रुक्मिणी है या कहानी में कोई और पेच है? यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
‘गैसलाइट’ फिल्म का रिव्यू – Gaslight Movie Review
फिल्म के राइटर-डायरेक्टर पवन कृपलानी ने एक कमजोर कहानी पर मिस्ट्री थ्रिलर फिल्म बनाने की नाकाम कोशिश की है। फिल्म का स्क्रीनप्ले इतना कमजोर है कि यह आपको बांध नहीं पाती। फिल्म के कई सीन अंधेरे में शूट किए गए हैं, जो इसको एक डार्क फिल्म तो बना देते हैं, लेकिन स्टोरी का कमजोर ट्रीटमेंट इसे असरदार नहीं बना पाता। मसलन एक व्हील चेयर पर बैठी लड़की का अकेले ही तमाम जगहों पर भटकना आपको खल सकता है। जबकि जिले के एसपी का भी जांच के लिए अकेले आना समझ नहीं आता। खासकर इंटरवल से पहले फिल्म की कहानी आपको काफी उलझी हुई लगती है। इंटरवल के बाद फिर भी कहानी थोड़ा जोर पकड़ती है।
‘गैसलाइट’ फिल्म का ट्रेलर – Gaslight Movie Trailer
फिल्म के पहले ही सीन में आपको एक गैसलाइट नजर आती है, लेकिन हकीकत में इसका टाइटल उस टर्म के तहत इस्तेमाल हुआ है, जिसमें किसी शख्स को किसी झूठी बात पर यकीन दिलाने को गैसलाइट करना कहा जाता है। फिल्म में सारा अली खान की एक्टिंग कुछ खास नहीं है। एक विकलांग लड़की के रोल में वह कुछ खास नहीं कर पाई हैं।
सारा अली खान की यह लगातार तीसरी फिल्म है, जो सीधे ओटीटी पर रिलीज हुई है। सारा को अपनी फिल्मों की चॉइस को लेकर सावधान होने की जरूरत है। चित्रांगदा सिंह ने जरूर फिल्म में अच्छी एक्टिंग की है, वहीं विक्रांत मैसी भी ठीकठाक हैं। फिल्म में राहुल देव और शिशिर शर्मा जैसे मंझे हुए कलाकार भी हैं, लेकिन डायरेक्टर उनका पूरा इस्तेमाल नहीं कर पाए।
क्यों देखें- अगर आप वीकेंड पर कोई अच्छी फिल्म देखना चाहते हैं, तो इस फिल्म को देखने में अपना समय बर्बाद ना करें। फिर भी अगर टाइपास के लिए कुछ देखना चाहते हैं तो ‘गैसलाइट’ ठीकठाक विकल्प है।