पीरियड (माहवारी) से जुडी 10 अफवाहें जो बिलकुल गलत है। जानें सच क्या है।
सभी महिलाओं को माहवारी के दौर से गुजरना पड़ता है लेकिन महिलाएं सार्वजनिक रूप से इस पर चर्चा करने से हिचकती हैं। माहवारी को लेकर महिलाओं में बहुत सारी भ्रांतियां रहती हैं। महिलाओं को यह जानना चाहिए कि माहवारी एक शारीरिक जैविक प्रक्रिया है। इसका अंधविश्वास से कोई लेना-देना नहीं है। महिलाओं के लिए जरूरी है कि वे माहवारी के बारे में पूरी वैज्ञानिक जानकारी रखें।
1-पीरियड प्रत्येक 28 दिनों पर आना चाहिए
तथ्य : माहवारी का चक्र महिला-महिला पर निर्भर करता है। माहवारी का चक्र 20 दिनों से लेकर 35 दिनों के बीच हो सकता है। माहवारी आने में थोड़ी देरी हो जाए तो इसका मतलब यह नहीं की आप गर्भवती हैं। यदि आपका पीरियड तय समय से थोड़ा देरी से आता है तो इसे लेकर आपको घबड़ाने की जरूरत नहीं है।
2- माहवारी के समय सेक्स नहीं करना चाहिए
तथ्य : ज्यादातर लोग माहवारी के समय अपने पार्टनर के साथ सेक्स करना पसंद नहीं करते। लेकिन माहवारी के समय सेक्स करने से आपको ऐंठन/मरोड़ से आराम मिलता है। शोध के मुताबिक माहवारी के समय सेक्स करने से दर्द में कमी आती है।
3- माहवारी के समय आप गर्भधारण नहीं कर सकतीं
तथ्य : यह धारणा गलत है। आप माहवारी के समय भी गर्भधारण कर सकती हैं। उन महिलाओं का जिनका महावारी चक्र 28 दिनों से कम होता है, उन्हें गर्भधारण की संभावना अधिक होती है।
4- माहवारी के समय खट्टा, तेल-मसालायुक्त भोजन से करें परहेज
तथ्य : माहवारी के ऐंठन/मरोड़ से खट्टे खाद्य पदार्थों का कोई संबंध नहीं है। मसालेदार भोजन से पेट खराब हो सकता है लेकिन इससे माहवारी के दर्द पर असर नहीं पड़ता है।
5- माहवारी के समय आपको व्यायाम नहीं करना चाहिए
तथ्य : माहवारी के समय व्यायाम मरोड़/ऐंठन को कम करता है क्योंकि व्यायाम मांसपेशियों में ऑक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाता है जिससे शरीर को आराम मिलता है।
6- माहवारी के समय आराम करना चाहिए
तथ्य : माहवारी के समय शरीर से रक्त का स्राव होता है जिससे घबड़ाने की जरूरत नहीं है। माहवारी के समय एक दिन में करीब चार चम्मच के करीब रक्त का स्राव होता है। महिलाएं अपना दैनिक काम आसानी से निपटा सकती हैं।
7-प्रीमेन्स्ट्रुअल सिंड्रोम
तथ्य : महिलाएं वास्तव में पीएमएस के दौर से गुजरती हैं क्योंकि करीब 85 प्रतिशत महिलाएं इस तरह के लक्षणों का अनुभव करती हैं।
8- माहवारी का रक्त सामान्य रक्त से अलग होता है
तथ्य : माहवारी का रक्त सामान्य रक्त होता है। इसमें कुछ भी असामान्य नहीं होता।
9- माहवारी के समय नहाना अथवा बाल नहीं धोने चाहिए
तथ्य : माहवारी को लेकर यह भ्रम सदियों से है। समझा जाता है कि स्नान करने से रक्त का स्राव कमजोर पड़ जाएगा। लेकिन ऐसी कोई बात नहीं होती। माहवारी के समय स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। आपको जब भी लगे कि स्नान करना जरूरी है तो आप स्नान कर सकती हैं।
10-कुंवारियों को कॉटन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए
तथ्य : कई लोगों का मानना है कि कुंवारी लड़कियों को कॉटन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। भ्रांति यह भी है कि यदि कोई कुंवारी कॉटन का इस्तेमाल करती है तो उसका कौमार्य नष्ट हो जाता है। लेकिन वर्जिन उसे माना जाता है जिसने यौन शुचिता खोई न हो। तो ऐसे में कॉटन के इस्तेमाल और वर्जिनिटी खोने में कोई संबंध नहीं है।