जानें: मोबाइल डॉक्युमेंट्स एडिटर के फीचर्स का इस्तेमाल
हमारे मोबाइल फोन में जो डॉक्युमेंट एडिटर है, उसमें बहुत से ऐसे फीचर्स हैं, जिनको हम शायद ही कभी इस्तेमाल करते हैं। इनमें टाइपिंग के अलावा और क्या किया जा सकता है।
किंगसॉफ्ट ऑफिस
– क्लाउड फॉन्ट्स सर्विस से पसंदीदा फॉन्ट इस्तेमाल किया जा सकता है। कंप्यूटर से क्लाउड में फॉन्ट्स अपलोड करने पर यह फोन से सिंक हो जाएगा।
– टॉप बार में दिए फाइल टैब्स यूज़ करके एक साथ कई डॉक्युमेंट्स को खोला जा सकता है और उनमें स्विच किया जा सकता है।
– यह बड़े साइज के स्प्रेडशीट की एडिटिंग को सपोर्ट करता है। इससे मोबाइल पर 200 एमबी से भी ज्यादा की फाइल खोली जा सकती है।
– फाइल मैनेजर क्लाउड स्टॉरेज (ड्रॉपबॉक्स, गूगल डॉक्स और बॉक्स.नेट) को सपोर्ट करता है। फाइल क्लाउड से डायरेक्ट ऐक्सेस की जा सकती है।
– पीसी के टेस्क्ट नोट को सीधे स्मार्टफोन के किंगसॉफ्ट ऑफिस ऐप से शेयर किया जा सकता है। यह काम ऐंड्रॉयड पर फ्री किंगसॉफ्ट क्लिप ऐप से होता है।
पोलैरिस
– टॉप बार में रेंच आइकन पर टैप करके सिंगल वर्ड का साइज, कलर, फॉन्ट, इफेक्ट, बैकग्राउंड कलर और स्टाइल चेंज किया जा सकता है।
– ऐप के इमेज प्रॉपर्टी बॉक्स का इस्तेमाल करके इनसर्टेड इमेज में बेसिक एनहैंसमेंट किया जा सकता है।
– किंगसॉफ्ट की तरह ही पोलैरिस भी डॉक्युमेंट ऐक्सेस और एडिट करने के लिए गूगल ड्राइव, बॉक्स.नेट और वेबडेव जैसी क्लाउड स्टॉरेज सर्विस ऐड करने की फसिलिटी दे रहा है।
– होम स्क्रीन पर चार चौकोर आइकन पर टैप करके व्यू बाय टाइप सिलेक्ट करके खास फॉर्मैट की फाइल्स को फाइल मैनेजर में देखा जा सकता है।
– डॉक्युमेंट नेम के बगल में स्टार आइकन पर टैप करके फेवरिट डॉक्युमेंट्स की लिस्ट बनाई जा सकती है। फेवरिट्स को होम स्क्रीन से आसानी से ऐक्सेस किया जा सकता है।
डॉक्युमेंट्स-टु-गो
– इससे पीसी और ऐंड्रॉयड/आईओएस डिवाइस के बीच फाइल सिंक की जा सकती है। डेस्कटॉप ऐप अपने आप अपडेटेड फाइल को मर्ज कर देता है।
– मोबाइल ऐप को डेस्कटॉप ऐप की मदद से कई डेस्कटॉप से सिंक किया जा सकता है।
– इसमें बिल्ट-इन शेक-टु-अनडू/रीडू फीचर है। इसमें फोन को शेक करके कीबोर्ड का यूज किए बगैर एडिटिंग अनडू/रीडू की जा सकती है।
– टूलबार में मोर आइकन पर टैप करके नोट सिलेक्ट करके प्रेजेंटेशन में स्लाइड नोट देखा जा सकता है। हाइड करने के लिए नोट के टॉप को स्लाइड करके सबसे नीचे लाना पड़ता है।
– ऐप के अकाउंट सेटिंग्स में क्लाउड स्टॉरेज से डाउनलोड किए जाने वाले डॉक्युमेंट्स को सेव करने के लिए स्टॉरेज स्पेस फिक्स किया जा सकता है।
गूगल ड्राइव
– इसमें फॉर्म, सर्वे और पोल क्रिएट करने के लिए बिल्ट-इन सपोर्ट है। इनको शेयर और किसी ब्लॉग, फोरम या वेबसाइट में एम्बेड किया जा सकता है।
– डॉक्युमेंट में सभी रिविजन अपने आप सेव हो जाते हैं। डॉक्युमेंट के वर्जन चेक करने के लिए फाइल में जाकर सी रिविजन हिस्ट्री को क्लिक करना होता है।
– जीमेल में पहले सेटिंग्स, फिर लैब चेक करें। फिर गूगल डॉक्स प्रिव्यू ऐड ऑन सर्च करके ऐक्टिवेट करें। इससे जीमेल में डॉक्युमेंट्स प्रिव्यू देखा जा सकता है।
जोहो डॉक्स
– मौजूदा डॉक्युमेंट्स को सिंक करने के लिए ड्रॉपबॉक्स स्टॉरेज को जोहो डॉक्स से सिंक करें। किस ड्रॉपबॉक्स फोल्डर को जोहो से सिंक करना है, यह चुनाव भी किया जा सकता है।
– किसी वर्ड डॉक्युमेंट में एक से ज्यादा हेडिंग्स हैं, तो रेफरेंस के लिए कॉन्टेंट टेबल बनाया जा सकता है। इसके लिए पहले इनसर्ट, फिर टेबल ऑफ कॉन्टेंट पर क्लिक करना होगा।
– जोहो स्प्रेडशीट को किसी वेबसाइट से सीधे एम्बेड किया जा सकता है। पब्लिश मेन्यू में जाकर एम्बेड इन वेबसाइट/ब्लॉग पर क्लिक करें, फिर साइट पर लगाने के लिए एचटीएमएफ स्निपेट कॉपी करें।