facebook का रंग नीला क्यों है। ऐसे ही रोचक FACTS जिनके बारे में नहीं जानते होंगे आप

पिछले एक दशक में फेसबुक इंटरनेट की दुनिया पर एक बड़ा नाम बनकर उभरा है। इसके पीछे मार्क जुकरबर्ग का बहुत बड़ा हाथ है। फेसबुक के को-फाउंडर मार्क जुकरबर्ग ने 14 मई को अपना 31वां जन्मदिन मनाया। इस साल 4 फरवरी को फेसबुक ने भी अपने 11 साल पूरे कर लिए। इस मौके पर हम आपको बताने जा रहे हैं फेसबुक से जुड़े कुछ FACTS.

क्यों है फेसबुक का रंग नीला:

फेसबुक के नीले रंग में रंगे होने के पीछे सीधा-सा कारण है। इसके फाउंडर मार्क जुकरबर्ग का कलर ब्लाइंड होना। ‘न्यूयॉर्कर’ को दिए अपने एक इंटरव्यू में मार्क ने कहा था कि उन्हें लाल और हरा रंग दिखाई नहीं देता है। इसलिए नीला रंग उनके लिए सबसे आसान रंग है।

फेसबुक शुरू से ही एक ही रंग में रंगा हुआ है। मार्क इसे हमेशा से जितना हो सके, उतना सादा बनाना चाहते थे। यही वजह है कि उन्होंने फेसबुक को नीले रंग में रंग दिया।

आइसलैंड का संविधान लिखा गया था फेसबुक की मदद से:

1944 में डेनमार्क से अलग होने के बाद आइसलैंड ने अपना संविधान कभी नहीं बनाया। यहां हमेशा से डेनमार्क के संविधान को ही माना जाता था। आइसलैंड ने 2011 में अपना संविधान लिखने का फैसला लिया। इसके बाद 25 लोगों की एक काउंसिल बनाई गई, जिसने फेसबुक का सहारा लेकर लोगों से सुझाव मांगे। इस काउंसिल ने संविधान का ड्राफ्ट फेसबुक पर पोस्ट किया। इस ड्राफ्ट पर लोगों ने अपने कमेंट्स किए। लोगों के कमेंट्स और सुझावों के आधार पर ही आइसलैंड का संविधान बना, जिसे बाद में फेसबुक पर पोस्ट भी किया गया।

तलाक का सबसे आम कारण:

2011 में डायवोर्स ऑनलाइन के आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका में फाइल किए गए सभी डायवोर्स में से एक-तिहाई में तलाक लेने का कारण किसी न किसी वजह से फेसबुक था। डायवोर्स ऑनलाइन के मुताबिक, इस बात का दावा करने के लिए लोगों द्वारा अपने पार्टनर के चैट मैसेज, भद्दे कमेंट्स और फेसबुक फ्रेंड्स लिस्ट सबूत के तौर पर पेश किए गए। सोशल मीडिया के आने से रिश्तों में बदलाव देखने को मिला है।

83 प्रतिशत वेश्याओं के हैं फैन पेज:

फेसबुक पर 83 प्रतिशत वेश्याओं के फैन पेज बने हुए हैं। यह बात कोलंबिया यूनिवर्सिटी के एक रिसर्चर सुधीर वेंकटेशन ने सामने रखी थी। सुधीर की रिसर्च के मुताबिक, पहले इन वेश्याओं ने खुद को क्रेगलिस्ट (Craigslist वेबसाइट) पर एडल्ट सर्विस कैटेगरी में रखा था। इसके बाद ट्रेंड के बदलते ही यह सभी फेसबुक पर चली गईं।

फेसबुक पर मार्क का शॉर्टकट:

फेसबुक प्रोफाइल पर मार्क जुकरबर्ग के पेज तक पहुंचने का एक खास शॉर्टकट भी है। अगर आप फेसबुक के URL के आगे नंबर 4 लिख देंगे तो आपका ब्राउजर सीधे मार्क जुकरबर्ग के पेज तक ले जाएगा। मार्क ने 1 नंबर आईडी की जगह 4 नंबर आईडी चुनी है। मार्क के पेज के लिए www.facebook.com/4 URL लिखना होगा। ऐसे ही 5 और 6 नंबर URL के पीछे लगाने से आप क्रिस हग्स और डस्टिन मोस्कोविट्ज के पेज तक पहुंच जाएंगे। ये दोनों फेसबुक के सह-संस्थापक और मार्क के रूममेट्स हैं।

फेसबुक द्वारा हैकर्स को इनाम:

फेसबुक द्वारा हैकर्स को इनाम दिया जाता है। 500 डॉलर की राशि हर उस व्यक्ति को दी जाती है जो फेसबुक को हैक कर सके। अगर आप फेसबुक की किसी गलती को पकड़ लेते हैं तो भी आप इनाम के हकदार होंगे। हालांकि, इस नियम के साथ फेसबुक की कुछ शर्तें भी हैं। बिना अपनी पहचान बताए हैकर को फेसबुक को 24 घंटों का समय देना होगा, जिसमें फेसबुक अपनी गलती को सुधार ले।

लोकेशन के हिसाब से बदल जाता है फेसबुक का ग्लोब :

शायद आपको ना पता हो, लेकिन फेसबुक ग्लोब (नोटिफिकेशन टैब) यूजर्स की लोकेशन के हिसाब से बदल जाती है। उदाहरण के तौर पर अगर किसी यूजर ने भारत से लॉगइन किया है तो फेसबुक नोटिफिकेशन ग्लोब एशिया का नक्शा दिखाएगा और उसी यूजर ने अगर अमेरिका में जाकर अपना अकाउंट खोला तो ग्लोब नॉर्थ अमेरिका और साउथ अमेरिका का नक्शा दिखाएगा।

फेसबुक पर अनफ्रेंड करने पर उतारा मौत के घाट:

फेसबुक की वजह से जुर्म भी होता है। इस बात का सबूत है अमेरिका के टेननेसी (Tennessee) में हुई हत्या। बिली क्ले और बिली जीन नाम (Billy Clay Payne Jr. और Billie Jean Hayworth) को जेनेले पोर्टन नाम की एक महिला को फेसबुक से अनफ्रेंड करना भारी पड़ गया। महिला के पिता ने इस बात से खफा होकर दोनों पति-पत्नी को मार दिया। इस घटना में उनका 8 महीने का बच्चा बच गया।

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