Bearish Stalled Pattern एक कैंडलस्टिक पैटर्न है जो आमतौर पर एक uptrend (बुलिश ट्रेंड) के अंत में बनता है और संभावित trend reversal (बाजार में गिरावट) का संकेत देता है। यह एक बियरिश रिवर्सल पैटर्न है, जिसका मतलब है कि यह पैटर्न आने के बाद मार्केट में गिरावट देखने को मिल सकती है।
🔹 Bearish Stalled Pattern क्या है?
यह एक तीन कैंडल वाला पैटर्न होता है जो संकेत देता है कि तेजी (बुल्स) की ताकत अब कमजोर हो रही है और मंदी (बियर्स) बाज़ार में कंट्रोल ले सकते हैं।
🔸 यह पैटर्न कैसे बनता है?
इसमें 3 मुख्य कैंडल होती हैं:
- पहली कैंडल (Strong Bullish Candle):
- एक बड़ी हरी (bullish) कैंडल होती है।
- यह दर्शाती है कि खरीदारों का दबदबा है।
- दूसरी कैंडल (Smaller Bullish Candle):
- फिर से एक हरी कैंडल होती है, लेकिन यह पहली से छोटी होती है।
- यह दर्शाता है कि तेजी में थोड़ी कमजोरी आने लगी है।
- तीसरी कैंडल (Indecisive or Small Body):
- यह कैंडल बहुत छोटी होती है या फिर spinning top जैसी होती है।
- यह दर्शाती है कि अब खरीदार और विक्रेता दोनों बराबरी पर हैं, और जल्द ही ट्रेंड पलट सकता है।
🔻 चार्ट पर पहचान कैसे करें?
- अपट्रेंड में बनता है।
- लगातार तीन bullish candles होती हैं।
- तीसरी कैंडल छोटी होती है या उसका शरीर बहुत कम होता है।
- तीसरी कैंडल की क्लोजिंग लगभग दूसरी कैंडल के बराबर होती है या उससे थोड़ी ऊपर।
- वॉल्यूम अक्सर तीसरी कैंडल पर घटता है।
🧠 इसका मतलब क्या है?
- यह पैटर्न बताता है कि अब बुल्स (खरीदार) थक चुके हैं।
- बियर्स (विक्रेता) अब मार्केट में दबाव बनाना शुरू कर सकते हैं।
- अगली कैंडल अगर bearish बनती है, तो यह reversal को कन्फर्म कर देती है।
🔽 ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी:
- Confirmation का इंतजार करें: तीसरी कैंडल के बाद अगर अगली कैंडल bearish बनती है, तभी शॉर्ट पोजिशन लें।
- Entry: कंफर्मेशन कैंडल के नीचे ब्रेक पर शॉर्ट करें।
- Stop Loss: तीसरी कैंडल के ऊपर लगाएं।
- Target: Risk:Reward के अनुसार 1:2 या सपोर्ट लेवल के पास प्रॉफिट बुक करें।
⚠️ ध्यान देने योग्य बातें:
- केवल इस पैटर्न पर भरोसा न करें, इसे अन्य indicators (जैसे RSI, MACD, वॉल्यूम) के साथ मिलाकर ही प्रयोग करें।
- False signals से बचने के लिए confirmation ज़रूरी है।