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Difference between bonus shares and rights issue: बोनस शेयर और राइट्स इश्यू में क्या अंतर है?

What is the difference between bonus shares and rights issue?

Difference between bonus shares and rights issue: बोनस शेयर और राइट्स इश्यू दोनों ही कंपनियों द्वारा शेयरधारकों को अतिरिक्त शेयर देने के तरीके हैं, लेकिन इन दोनों में कुछ महत्वपूर्ण अंतर होते हैं। आइए, इन दोनों के बीच के अंतर को विस्तार से समझें:

Table of Contents

1. बोनस शेयर (Bonus Shares)

परिभाषा: बोनस शेयर वे शेयर होते हैं जो कंपनी अपने मौजूदा शेयरधारकों को बिना किसी मूल्य के (फ्री में) जारी करती है। यह शेयर कंपनी के लाभ, रिजर्व या अधिशेष से वितरित किए जाते हैं।

मुख्य विशेषताएँ: Difference between bonus shares and rights issue

  • मूल्य: बोनस शेयर बिना किसी लागत के दिए जाते हैं।
  • नियम: बोनस शेयर शेयरधारकों को उनकी मौजूदा हिस्सेदारी के अनुपात में दिए जाते हैं। जैसे, यदि कंपनी 1:1 बोनस देती है, तो इसका मतलब है कि प्रत्येक 1 शेयर पर 1 अतिरिक्त बोनस शेयर मिलेगा।
  • उद्देश्य: बोनस शेयरों का मुख्य उद्देश्य कंपनी के रिजर्व को शेयरधारकों में वितरित करना और कंपनी के स्टॉक को अधिक तरल बनाना होता है।
  • प्रभाव: बोनस शेयरों के जारी होने से कंपनी की कुल पूंजी बढ़ जाती है, लेकिन प्रत्येक शेयर का मूल्य घट सकता है, क्योंकि अब कुल शेयरों की संख्या बढ़ जाती है।
  • वित्तीय स्थिति: बोनस शेयर जारी करने से कंपनी के नकद या बकाया धन की कोई कमी नहीं होती है, क्योंकि ये लाभांश से दिए जाते हैं।

उदाहरण: मान लीजिए, अगर आपके पास 100 शेयर हैं और कंपनी ने 1:1 बोनस शेयर का ऐलान किया है, तो आपको अतिरिक्त 100 बोनस शेयर मिलेंगे।

2. राइट्स इश्यू (Rights Issue)

परिभाषा: राइट्स इश्यू वह प्रक्रिया है जिसके तहत कंपनी अपने मौजूदा शेयरधारकों को नए शेयर खरीदने का अधिकार देती है, और ये शेयर एक निर्धारित मूल्य पर होते हैं जो आमतौर पर बाजार मूल्य से कम होते हैं।

मुख्य विशेषताएँ: Difference between bonus shares and rights issue

  • मूल्य: राइट्स इश्यू में, नए शेयर एक विशेष मूल्य (जो आमतौर पर बाजार मूल्य से कम होता है) पर दिए जाते हैं।
  • नियम: राइट्स इश्यू में, शेयरधारकों को नए शेयर खरीदने का विकल्प मिलता है, लेकिन यह अनिवार्य नहीं है। वे चाहें तो इन अधिकारों का उपयोग कर सकते हैं, या फिर उन्हें त्याग सकते हैं।
  • उद्देश्य: राइट्स इश्यू का उद्देश्य कंपनी के लिए अतिरिक्त पूंजी जुटाना होता है। यह तब होता है जब कंपनी को अपने विस्तार, ऋण चुकाने या अन्य उद्देश्यों के लिए धन की आवश्यकता होती है।
  • प्रभाव: राइट्स इश्यू से कंपनी के शेयरधारकों को नए शेयरों को पहले खरीदने का अधिकार मिलता है, जिससे उनकी हिस्सेदारी में कोई बड़ा बदलाव नहीं होता। हालांकि, राइट्स इश्यू में निवेश करने के लिए अतिरिक्त धन का निवेश करना पड़ता है।
  • वित्तीय स्थिति: राइट्स इश्यू से कंपनी को तात्कालिक रूप से धन प्राप्त होता है, क्योंकि शेयरधारकों को नए शेयर खरीदने के लिए भुगतान करना पड़ता है।

उदाहरण: मान लीजिए, आपके पास 100 शेयर हैं और कंपनी ने 1:2 राइट्स इश्यू का ऐलान किया है। इसका मतलब है कि आपके पास 100 शेयरों के बदले 50 नए शेयर खरीदने का अधिकार होगा, और इन नए शेयरों की कीमत निर्धारित की जाएगी, जो कि मौजूदा बाजार मूल्य से कम हो सकती है।

बोनस शेयर और राइट्स इश्यू के बीच अंतर – Difference between bonus shares and rights issue

विवरण बोनस शेयर राइट्स इश्यू
मूल्य मुफ्त (बिना किसी कीमत के) एक निश्चित कीमत (जो सामान्यतः बाजार मूल्य से कम होती है)
दिया जाने का तरीका मौजूदा शेयरधारकों को अनुपात में मुफ्त में दिए जाते हैं मौजूदा शेयरधारकों को अधिकार दिया जाता है, ताकि वे नए शेयर खरीद सकें
उद्देश्य लाभ और रिजर्व का वितरण कंपनी को पूंजी जुटाने के लिए
शेयरधारक का विकल्प शेयरधारकों को बोनस शेयर लेना अनिवार्य होता है शेयरधारक के पास नए शेयरों को खरीदने का अधिकार होता है, यह अनिवार्य नहीं है
प्रभाव कुल शेयरों की संख्या बढ़ जाती है, लेकिन कंपनी को वित्तीय नुकसान नहीं होता कंपनी को वित्तीय रूप से लाभ होता है, क्योंकि शेयरधारकों को भुगतान करना पड़ता है
कंपनी का लाभ कंपनी के रिजर्व से दिया जाता है कंपनी को नई पूंजी मिलती है

निष्कर्ष: Difference between bonus shares and rights issue

  • बोनस शेयर तब होते हैं जब कंपनी अपने शेयरधारकों को अतिरिक्त शेयर बिना किसी कीमत के देती है। यह एक लाभ वितरण की प्रक्रिया है।
  • राइट्स इश्यू में, कंपनी अपने शेयरधारकों को नए शेयर खरीदने का अधिकार देती है, और इन शेयरों को एक तय कीमत पर खरीदा जा सकता है। इसका उद्देश्य कंपनी को अतिरिक्त पूंजी जुटाना है।

Difference between bonus shares and rights issue: आशा है कि इससे आपको बोनस शेयर और राइट्स इश्यू के बीच के अंतर को समझने में मदद मिली होगी!

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