ETF में SIP क्या है?
बहुत बढ़िया! ETF में SIP (Systematic Investment Plan) शुरू करना एक स्मार्ट और disciplined तरीका है निवेश करने का, खासकर जब आप लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं और मार्केट टाइमिंग से बचना चाहते हैं।
🧾 ETF में SIP क्या है?
ETF में SIP का मतलब है कि आप हर महीने (या किसी तय अवधि में) एक तय राशि ETF यूनिट्स में निवेश करते हैं। हालांकि, म्यूचुअल फंड SIP की तरह डायरेक्ट ETF SIP सुविधा ज़्यादा प्लेटफॉर्म्स पर नहीं होती, लेकिन आप manually या कुछ ब्रोकरेज प्लेटफॉर्म के जरिए SIP जैसा ऑटोमेटेड निवेश कर सकते हैं।
🛠️ ETF में SIP कैसे करें? (स्टेप-बाय-स्टेप गाइड)
🧩 Option 1: Manual SIP (हर महीने खुद निवेश करें)
- Demat Account खोलें: Zerodha, Groww, Upstox, Angel One जैसे किसी प्लेटफॉर्म पर।
- अच्छा ETF चुनें: जैसे –
- Nifty 50 ETF – (Nifty BeES)
- Sensex ETF – (SBI Sensex ETF)
- Gold ETF – (ICICI Gold ETF)
- Nasdaq 100 ETF – (Motilal Oswal Nasdaq ETF)
- हर महीने एक तारीख चुनें: उदाहरण – हर महीने की 5 तारीख को 1000 रुपये का निवेश करना।
- Google Calendar या Reminder लगाएं ताकि आप मिस न करें।
- Trading App खोलें और Buy करें उतनी यूनिट्स जितनी उस दिन के NAV/Price के हिसाब से मिलें।
🧩 Option 2: Platform-Based Auto SIP
कुछ प्लेटफॉर्म जैसे Groww, Paytm Money, Zerodha Coin (कुछ ETF में) ETF SIP को schedule करने की सुविधा देते हैं:
- Platform पर लॉगिन करें।
- ETF सर्च करें → SIP विकल्प पर क्लिक करें।
- तारीख और राशि तय करें।
- बैंक ऑटो डेबिट सेट करें।
- हर महीने आपके अकाउंट से पैसे कटकर ETF में लगते रहेंगे।
🎯 शुरुआती निवेशकों के लिए टॉप SIP-Friendly ETF
ETF | ट्रैक करता है | सुझाव राशि |
---|---|---|
Nippon India Nifty BeES | Nifty 50 | ₹500–₹1000/month |
SBI ETF Sensex | Sensex 30 | ₹500–₹1000/month |
ICICI Gold ETF | Gold | ₹500/month |
Motilal Oswal Nasdaq 100 ETF | US Tech Companies | ₹1000/month |
Bharat Bond ETF | Government Bonds | ₹1000/month |
📌 ETF SIP के फायदे
✅ Rupee Cost Averaging (महंगे सस्ते भावों पर औसत प्राइस पर निवेश होता है)
✅ Discipline बनता है निवेश में
✅ Long-term wealth buildup
✅ Emotional investing से बचाव
✅ Diversification बिना रिस्क बढ़ाए
📉 ETF SIP में ध्यान देने योग्य बातें
🔸 ETF की liquidity देखें – बहुत कम ट्रेड वाले ETF से बचें
🔸 Expense ratio और tracking error भी चेक करें
🔸 SIP के लिए discipline बनाए रखें – मार्केट ऊपर-नीचे होता रहेगा
🔸 Long-term नजरिया रखें (कम से कम 3–5 साल)