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ETF (Exchange Traded Fund) क्या होता है? || (What is ETF?)

स्टॉक मार्केट में ETF (Exchange Traded Fund) एक ऐसा निवेश उपकरण है जो म्यूचुअल फंड और स्टॉक का मिश्रण होता है। यह एक ऐसा फंड होता है जो किसी इंडेक्स, सेक्टर, कमोडिटी या एसेट्स के समूह को ट्रैक करता है और इसे स्टॉक एक्सचेंज पर स्टॉक की तरह खरीदा और बेचा जा सकता है।


Table of Contents

🧠 ETF क्या होता है? (What is ETF?)

ETF (Exchange Traded Fund) एक प्रकार का फंड होता है जो स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट होता है और उसकी ट्रेडिंग स्टॉक्स की तरह होती है। इसमें निवेशक एक साथ कई शेयरों, बांड्स या एसेट्स में निवेश करता है, लेकिन उसे एक ही यूनिट (ETF यूनिट) खरीदनी होती है।

उदाहरण:
अगर आपने Nifty 50 ETF खरीदा है, तो इसका मतलब है कि आपने Nifty 50 इंडेक्स के टॉप 50 कंपनियों में एक साथ निवेश किया है, लेकिन आपको हर कंपनी का स्टॉक अलग-अलग खरीदने की ज़रूरत नहीं।


🔍 ETF कैसे काम करता है?

  • कोई भी AMC (Asset Management Company) एक ETF बनाती है, जो किसी इंडेक्स को फॉलो करता है।
  • यह फंड उस इंडेक्स के सभी स्टॉक्स को उसी अनुपात में खरीदता है।
  • फिर उस ETF की यूनिट्स स्टॉक एक्सचेंज (जैसे NSE/BSE) पर लिस्ट की जाती हैं।
  • निवेशक इस यूनिट को स्टॉक की तरह मार्केट प्राइस पर खरीद और बेच सकते हैं।

✅ ETF के प्रकार

  1. Index ETF:
    जैसे – Nifty 50 ETF, Sensex ETF
    ➤ ये किसी इंडेक्स को ट्रैक करते हैं।
  2. Gold ETF:
    ➤ इसमें निवेशकों का पैसा गोल्ड में लगाया जाता है। यह फिजिकल गोल्ड का विकल्प है।
  3. Bond/ Debt ETF:
    ➤ ये गवर्नमेंट सिक्योरिटीज या बांड्स में निवेश करते हैं।
  4. Sectoral/Thematic ETF:
    ➤ यह किसी एक सेक्टर को ट्रैक करता है जैसे – बैंकिंग, IT, Pharma आदि।
  5. International ETF:
    ➤ यह विदेशी इंडेक्स या कंपनियों को ट्रैक करता है (जैसे Nasdaq ETF)।

📈 ETF के फायदे

फायदे विवरण
डायवर्सिफिकेशन एक ETF में कई स्टॉक्स होते हैं, जिससे रिस्क कम होता है।
कम खर्च (Low Expense Ratio) म्यूचुअल फंड्स के मुकाबले कम चार्ज लगता है।
लिक्विडिटी ETF को कभी भी बाजार में खरीदा-बेचा जा सकता है।
ट्रांसपेरेंसी ETF के पोर्टफोलियो की जानकारी रोज़ उपलब्ध होती है।
फ्लेक्सिबिलिटी जैसे स्टॉक को ट्रेड करते हैं, वैसे ही ETF को भी ट्रेड कर सकते हैं।

⚠️ ETF के नुकसान

नुकसान विवरण
ब्रोकरेज चार्ज हर बार खरीद/बिक्री पर ब्रोकरेज देना पड़ता है।
मार्केट रिस्क मार्केट गिरने पर ETF की वैल्यू भी गिरती है।
लिक्विडिटी इशू कुछ कम लोकप्रिय ETF में खरीदार/विक्रेता कम हो सकते हैं।

🛒 ETF में निवेश कैसे करें?

  1. आपके पास Demat Account और Trading Account होना चाहिए।
  2. अपने ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म (Zerodha, Groww, Upstox आदि) पर लॉग इन करें।
  3. ETF का नाम सर्च करें (जैसे – NIFTYBEES, SENSEXETF, GOLDETF)।
  4. Buy पर क्लिक करके मात्रा और कीमत डालें और ऑर्डर कन्फर्म करें।

🎯 कुछ पॉपुलर ETF के नाम

ETF का नाम ट्रैक करता है
Nippon India ETF Nifty BeES Nifty 50 Index
SBI ETF Sensex Sensex Index
ICICI Prudential Gold ETF Gold Price
Motilal Oswal Nasdaq 100 ETF Nasdaq 100 (US Companies)
Bharat Bond ETF Government Bonds

🧾 निष्कर्ष (Conclusion)

ETF एक बेहतरीन विकल्प है उन निवेशकों के लिए जो:

अगर आप शुरुआती हैं, तो ETF से शुरुआत करना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है।

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