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Falling Window कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?
“Falling Window” एक महत्वपूर्ण कैंडलस्टिक पैटर्न है, जो तकनीकी विश्लेषण (Technical Analysis) में प्राइस एक्शन को समझने के लिए उपयोग किया जाता है। इसे “Bearish Gap” या “Downside Gap” भी कहा जाता है।
🔻 Falling Window कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है?
Falling Window तब बनता है जब एक कैंडल के बाद अगली कैंडल का ओपन और हाई प्राइस पिछली कैंडल के लो प्राइस से नीचे होता है, जिससे दोनों कैंडलों के बीच एक “Gap Down” बनता है।
🧱 पैटर्न की संरचना (Structure):
- पहली कैंडल Bearish या Bullish हो सकती है (अक्सर Bearish ही होती है)।
- दूसरी कैंडल Gap Down के साथ खुलती है — यानी इसका Open और High प्राइस, पहली कैंडल के Low से नीचे होता है।
- दोनों कैंडलों के बीच का गैप खाली (Window) दिखाई देता है।
📉 Falling Window का मतलब क्या होता है?
इसका मतलब है कि मार्केट में बेयरिश सेंटिमेंट है और सप्लाई (बिक्री) डिमांड से ज़्यादा है। इसका उपयोग ट्रेडर्स यह समझने के लिए करते हैं कि आने वाले समय में प्राइस और गिर सकता है।
📊 उदाहरण के लिए:
मान लीजिए:
- पहली कैंडल (Day 1):
- Open = ₹200
- High = ₹210
- Low = ₹195
- Close = ₹198
- दूसरी कैंडल (Day 2):
- Open = ₹190
- High = ₹192
- Low = ₹180
- Close = ₹185
यहाँ ₹195 (Day 1 Low) और ₹192 (Day 2 High) के बीच एक Gap है — यही “Falling Window” है।
📌 ट्रेडिंग में कैसे उपयोग करें?
✅ Entry (शॉर्ट करने के लिए):
- Falling Window बनने के बाद अगर अगली कैंडल भी Bearish बने, तो आप शॉर्ट पोजिशन ले सकते हैं।
❌ Stop Loss:
- Gap का Upper Edge — यानी Falling Window के ऊपर Stop Loss रखें।
🎯 Target:
- पिछले सपोर्ट लेवल या प्राइस एक्शन के हिसाब से तय करें।
⚠️ जरूरी बातें:
पॉइंट | विवरण |
---|---|
ट्रेंड | Falling Window केवल डाउनट्रेंड या रिवर्सल की शुरुआत में मजबूत होता है। |
वॉल्यूम | अगर Gap Down कैंडल में हाई वॉल्यूम है, तो यह पैटर्न और मजबूत होता है। |
कंफर्मेशन | अगली 1-2 कैंडलों का इंतज़ार करें ताकि यह कंफर्म हो कि प्राइस नीचे ही जा रहा है। |
📷 विज़ुअल रिप्रेजेंटेशन:
पहली कैंडल ↓ Gap (Window) ↓ दूसरी कैंडल
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