Movie script: “मधुबाला – एक अधूरी दास्तान” || मूवी स्क्रिप्ट कैसे लिखते हैं
How to write a movie script?

मधुबाला की ज़िंदगी पर आधारित एक स्क्रिप्ट (हिंदी में), जो एक शॉर्ट फिल्म या नाटक के लिए इस्तेमाल की जा सकती है। इसमें नाटकीयता, संवाद, और भावनाएं सब शामिल हैं।
🎭 स्क्रिप्ट टाइटल: “मधुबाला – एक अधूरी दास्तान”
शैली: बायोपिक / ड्रामा
स्थान: फिल्म स्टूडियो, मधुबाला का घर, हॉस्पिटल
कालखंड: 1940s – 1969
पात्र:
- मधुबाला (मुमताज़ जहां बेग़म देहलवी)
- आता उल्लाह खान (मधुबाला के पिता)
- दिलीप कुमार
- किशोर कुमार
- डॉक्टर
- डायरेक्टर / निर्माता / पत्रकार
- नरेटर (वॉइस ओवर)
दृश्य 1: (वॉयस ओवर के साथ)
[लाइट्स डिम, मधुबाला की तस्वीर स्क्रीन पर उभरती है]
🎙️ नरेटर (वॉयस ओवर):
“14 फरवरी 1933… एक ऐसा दिन जब दिल्ली की गलियों में एक परी ने जन्म लिया… नाम रखा गया – मुमताज़। पर किसे पता था, ये मुमताज़ एक दिन ‘मधुबाला’ बनकर हिंदुस्तान की धड़कन बन जाएगी।”
दृश्य 2: (घर – गरीबी का माहौल)
(पिता बैठे हैं, माँ चुपचाप खाना पका रही है, मुमताज़ एक कोने में बैठी है)
👨👧👦 पिता (आता उल्लाह):
हमें काम ढूंढना होगा… बच्ची को भी साथ ले चलते हैं स्टूडियो। शायद कुछ काम मिल जाए।
दृश्य 3: (फिल्म स्टूडियो – ऑडिशन)
(डायरेक्टर मधुबाला को देखता है, कैमरा ज़ूम)
🎬 डायरेक्टर:
ये लड़की तो कैमरा के लिए बनी है… बड़ी-बड़ी आँखें… मासूम मुस्कान… नाम क्या है?”
👧 मुमताज़ (धीरे से):
“मुमताज़…”
🎬 डायरेक्टर:
अब से तेरा नाम होगा – मधुबाला।
दृश्य 4: (फिल्म की शूटिंग – “महल”)
(डायलॉग बोलते हुए)
👩🎤 मधुबाला:
कहीं ये सपना तो नहीं…?”
🎥 (स्लो मोशन में कैमरा, मधुबाला का चेहरा, सब मंत्रमुग्ध)
🎙️ नरेटर:
“‘महल’ ने मधुबाला को रातों-रात स्टार बना दिया… और फिर शुरू हुआ एक सपना – जो अधूरा रह गया।”
दृश्य 5: (दिलीप कुमार के साथ रोमांटिक सीन, फिर रियल लाइफ का टकराव)
👩❤️👨 मधुबाला (धीरे से):
“क्या तुम मुझसे प्यार करते हो?”
💔 दिलीप कुमार:
“प्यार तो है… लेकिन तुम्हारे अब्बा का डर उससे बड़ा है।”
(मधुबाला की आँखों में आंसू, बैकग्राउंड में “प्यार किया तो डरना क्या” की धुन)
दृश्य 6: (किशोर कुमार से शादी)
💍 किशोर कुमार (हल्की मुस्कान में):
शादी कर लेते हैं मधु… तेरा साथ चाहिए ज़िंदगी भर।
(दोनों शादी करते हैं, लेकिन मधुबाला खांसती है… चेहरा पीला पड़ता है)
🎙️ नरेटर:
“इस शादी में खुशी कम, तन्हाई ज़्यादा थी… क्योंकि मधुबाला को एक गंभीर बीमारी थी – दिल की।”
दृश्य 7: (अस्पताल का कमरा – अंतिम पल)
👩⚕️ डॉक्टर:
“आपका दिल बहुत कमज़ोर हो गया है… ज्यादा दिन नहीं बचें।
(मधुबाला खिड़की से बाहर देख रही है… बारिश हो रही है)
👩 मधुबाला (धीरे से मुस्कराती):
मैं तो हमेशा से जानती थी… ये फिल्म अधूरी ही रहेगी… लेकिन क्या पता, लोग मुझे यूँ ही याद रखें।
दृश्य 8: (मधुबाला की तस्वीर पर माला, मोमबत्ती जलती है)
🎙️ नरेटर (वॉयस ओवर):
“23 फरवरी 1969… एक चुप सी दोपहर… और पर्दे के पीछे से गायब हो गई वो परी… लेकिन उसकी मुस्कान, आज भी सिल्वर स्क्रीन पर अमर है।”
🎬 THE END
अगर आप चाहें तो इस स्क्रिप्ट का विस्तृत संवाद संस्करण, कैमरा निर्देश, या स्क्रीनप्ले फॉर्मेट भी बना सकता हूँ।
आप किस तरह का प्रोजेक्ट बना रहे हैं – नाटक, शॉर्ट फिल्म, डॉक्युमेंट्री, या कुछ और?