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On Neck Bullish Candle क्या होता है?
“On Neck Bullish Candle” एक प्रकार का कैंडलस्टिक पैटर्न है जो प्राइस एक्शन और टेक्निकल एनालिसिस में उपयोग होता है। यह पैटर्न आमतौर पर डाउनट्रेंड में बनता है और एक संभावित बुलिश रिवर्सल (तेजी का संकेत) दे सकता है, लेकिन यह बहुत ही कमजोर बुलिश पैटर्न माना जाता है।
📌 On Neck Bullish Candle क्या होता है?
🔹 नाम:
On Neck Bullish Candle
🔹 प्रकार:
बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न (लेकिन कमजोर संकेत)
🔹 ट्रेंड में बनता है:
डाउनट्रेंड (गिरते हुए बाजार में)
📊 यह पैटर्न कैसे बनता है?
🔸 Step 1:
पहली कैंडल होती है एक बड़ी बियरिश कैंडल (लाल रंग की) जो यह दिखाती है कि सेलर्स मार्केट पर हावी हैं।
🔸 Step 2:
दूसरी कैंडल एक छोटी बुलिश कैंडल होती है (हरी रंग की) जो पहली कैंडल के लो के बिल्कुल आसपास (या थोड़ा ऊपर) क्लोज होती है, लेकिन पहली कैंडल के लो को तोड़ती नहीं है।
👉 इसलिए इसे “On Neck” कहा जाता है – क्योंकि दूसरी कैंडल पहली कैंडल के बॉडी के लो के ‘गले’ के पास क्लोज होती है।
📷 चार्ट पर कैसा दिखता है?
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| | ← दूसरी हरी कैंडल (छोटी, पहली के लो के पास क्लोज)
| █████ | ← पहली बड़ी लाल कैंडल
| ██████ |
| ████████ |
✅ अर्थ (Interpretation):
- यह पैटर्न संकेत देता है कि सेलिंग प्रेशर कम हो रहा है और बायर्स धीरे-धीरे एंटर कर रहे हैं।
- हालांकि यह बहुत मजबूत संकेत नहीं होता – इसलिए अकेले इस पैटर्न पर ट्रेड लेना जोखिमपूर्ण हो सकता है।
⚠️ विश्वसनीयता (Reliability):
- यह पैटर्न कमजोर बुलिश रिवर्सल पैटर्न होता है।
- इसे अन्य कन्फर्मेशन जैसे वॉल्यूम, RSI, सपोर्ट जोन आदि के साथ ही प्रयोग में लेना चाहिए।
🟢 ट्रेडिंग रणनीति (Trading Strategy):
तत्व | विवरण |
---|---|
Entry | दूसरी बुलिश कैंडल के बाद यदि अगली कैंडल हाई ब्रेक करे तो एंट्री लें |
SL (Stop Loss) | पहली बियरिश कैंडल का लो |
Target | Risk:Reward ratio के अनुसार 1:1.5 या 1:2 रखें, या नजदीकी Resistance लेवल तक |
📘 निष्कर्ष:
पॉइंट | विवरण |
---|---|
पैटर्न | On Neck Bullish |
ट्रेंड | डाउनट्रेंड में |
संकेत | संभावित रिवर्सल (कमजोर बुलिश संकेत) |
कन्फर्मेशन जरूरी? | हाँ, अन्य इंडिकेटर और प्राइस एक्शन से |