बवासीर का इलाज के लिए गर्म पानी कैसे उपयोग करें?

 

बवासीर का इलाज के लिए गर्म पानी कैसे उपयोग करें?

गुनगुना पानी पीकर

हल्का गर्म पानी पाचन को दुरुस्त करके कब्ज से छुटकारा दिलाने में बहुत फायदेमंद है। यह अप्रत्यक्ष रूप से बवासीर का उपचार करने में सहायक होगा। कब्ज न होने के कारण आपको मलत्याग में आसानी होगी और दर्द नहीं होगा, फलस्वरूप बवासीर को ठीक होने में मदद मिलेगी।

आप इसे दो तरह से उपयोग कर सकते हैं-

गर्म पानी वाला टी बैग

कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के एक्सपर्ट्स के मुताबिक़ टी बैग को गुनगुने पानी में डुबोकर बवासीर के बाहरी मस्सों पर लगाने से दर्द कम होता है और राहत मिलती है। चाय में मौजूद टैनिन सूजन और दर्द को कम करता है रक्तस्राव को रोकने में मदद करता है।

गर्म पानी से सिट्ज बाथ

बवासीर का इलाज के लिए सिट्ज बाथ बहुत ही फेमस घरेलू उपचार है जो लगभग हर डॉक्टर और स्वास्थ्य सलाहकार द्वारा रेकमेंड किया जाता है।

बाथिंग टब में गुनगुना पानी डालें और आधा कप एप्पल साइडर विनेगर मिलाकर पानी को सिट्ज़ बाथ के लिए तैयार करें।

अब टब में अपने एनस को 10 से 20 मिनट तक डुबोकर रखें।

गुनगुना पानी गुदा क्षेत्र की मांसपेशियों को रिलैक्स करके खुजली से राहत देगा, वहीं एप्पल साइडर विनेगर में मौजूद एंटी बैक्टीरियल प्रॉपर्टी बैक्टीरिया के कारण उत्पन्न होने वाले लालिमा और दर्द को कम करता है।

इसके अलावा, इसमें उपस्थित ‘एस्ट्रिजेंट’ माँसपेशियों को सिकोड़कर सूजन कम करता है।

बवासीर में गर्म पानी पीने के अन्य लाभ

बवासीर में गर्म पानी पीने के नुकसान

क्या बवासीर को गर्म पानी के उपयोग से ठीक किया जा सकता है??

यह बवासीर के स्टेज पर निर्भर करता है, शुरुआती स्टेज के बवासीर को ठीक करने के लिए गर्म पानी की तरह अन्य घरेलू नुस्खे कारगर साबित हो सकते हैं।

लेकिन यदि बवासीर का ग्रेड 2, 3 या 4 है, तो उपचार के लिए सर्जरी ही एक सुरक्षित विकल्प होता है।

क्योंकि ऊपरी स्टेज के बवासीर में मस्से का आकार बढ़ जाता है और उपचार न करवाने पर बढ़ता ही जाता है। यदि बवासीर अपने अंतिम चरण पर पहुँच गया तो सिर्फ ओपन सर्जरी ही उपचार का आखिरी विकल्प बचता है।

बवासीर के उपचार के लिए लेजर सर्जरी

बवासीर के ग्रेड 1, ग्रेड 2 और ग्रेड 3 को लेजर सर्जरी से ठीक किया जा सकता है। यदि बवासीर ग्रेड 4 में पहुंच गया है तो उपचार के लिए ओपन सर्जरी ही एक जरिया बचता है।

इसलिए बवासीर के लक्षण नजर आने पर डॉक्टर से निदान करवा लेना चाहिए, क्योंकि शुरुआती स्टेज में इसे कुछ दवाइयों और घरेलू नुस्खे से ठीक कर सकते हैं।

डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है| अगर आप किसी बीमारी से ग्रसित हैं तो कृपया डॉक्टर से परामर्श जरूर लें और डॉक्टर के सुझावों के आधार पर ही कोई निर्णय लें

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