क्या पेशाब से बवासीर का इलाज किया जा सकता है?

क्या पेशाब से बवासीर का इलाज किया जा सकता है?

पेशाब से बवासीर का इलाज करने के दावे

लोगों का मानना है कि बवासीर का इलाज के लिए गोमूत्र को उपयोग करने की दो विधियाँ हैं:

  1. गोमूत्र को गुदा क्षेत्र में लेप की तरह लगाना
  2. रोज सुबह गाय का ताजा-ताजा पेशाब पीना

यदि उपरोक्त दावे को विज्ञान की कसौटी में कसा जाए तो इनसे कोई फायदा नहीं होता है। बहुत सी रिसर्च ने गाय के पेशाब को पीना या उसे त्वचा पर लगाने को तर्कहीन बताया है।

जैसा कि बहुत से लोग न सिर्फ गोमूत्रबल्कि खुद के मूत्र को पीना और उसे गुदा क्षेत्र में बतौर इलाज उपयोग करना चाहते हैं। यह और भी हानिकारक हो सकता है। एक बार गोमूत्रमें हानिकारक तत्वों की मात्रा कम हो सकती है, लेकिन मानव शरीर से निकला हुआ वेस्ट पदार्थ कई हानिकारक तत्वों से भरा होता है।

उत्तर स्पस्ट है गोमूत्र एवं मनुष्य मूत्र दोनों में से कोई भी बवासीर का इलाज नहीं कर सकते हैं, बल्कि स्वास्थ्य संबंधी समयाओं की जड़ जरूर बन सकते हैं।

हो सकती हैं ये समस्याएं

पेशाब पीना या इसे शरीर पर लगाना अनुचित है। यह आपको हानिकारक बैक्टीरिया और विषाक्त पदार्थों की तरफ एक्सपोज करेगा। शरीर की सुरक्षा के लिए इसका उपयोग नहीं करना चाहिए।

बवासीर का इलाज के सुरक्षित विकल्प

बवासीर का इलाज करने के लिए निम्न विकल्प अपनाए जा सकते हैं-

घरेलू नुस्खे + दवाइयाँ

आमतौर पर बवासीर का ग्रेड सामान्य होने पर गुदा रोग स्पेशलिस्ट कुछ घरेलू नुस्खे और दवाओं के इस्तेमाल की सलाह देते हैं। दोनों उपाय बवासीर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। फलस्वरूप बवासीर के मस्से धीरे-धीरे सूख जाते हैं।

कब्ज रहित रहकर बवासीर को बढ़ने से रोका जा सकता है। इसलिए भरपूर मात्रा में पानी का सेवन करें और अपने आहार में सभी जरूरी पोषक तत्व एवं फाइबर की उच्च मात्रा शामिल करें। कब्ज से निजात पाने के लिए डॉक्टर किसी अच्छे लेक्सेटिव की सलाह दे सकते हैं।

सर्जरी

जब उपचार के अन्य विकल्प विफल हो जाते हैं अथवा बवासीर का ग्रेड सामान्य से अधिक होता है तब सर्जरी कराना एक अच्छा विकल्प साबित होता है।

ऐसी परिस्थिति में डॉक्टर सर्जरी की सलाह देते हैं। पाइल्स का इलाज करने के लिए निम्न सर्जिकल विधियाँ में से कोई एक विधि उपयोग में लाई जा सकती है:

उपरोक्त उपचार प्रक्रियाओं में लेजर सर्जरी को सबसे सुरक्षित विकल्प माना जाता है। इस सर्जिकल प्रक्रिया से उपचार कराने पर रोगी को गुदा क्षेत्र में कोई कट नहीं आता है और वह उपचार वाले दिन ही अपने घर जा सकता है।

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